बिहार: नवनिर्वाचित मुखिया बकरा नहीं खिलाया तो पड़ा भारी,शपथ से पहले नक्सलियों ने की हत्या

Sumit Rajak, Last updated: Sat, 25th Dec 2021, 3:51 PM IST
  • बिहार के मुंगेर में पंचायत चुनाव जीतने के बाद नक्सलियों को पार्टी नहीं देना नवनिर्वाचित मुखिया को पड़ा भारी. नक्सलियों ने नवनिर्वाचित मुखिया परमानंद टुड्डू की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी. नक्सलियों ने कहा, 'चुनाव जीते हो, खस्सी खिलाओ.. . और घसीटते हुए नक्सली बाहर लेकर गए और गला रेतकर हत्या कर दी. बेटे ने रोते हुए कहा कि उनके पिता 31 दिसंबर को मुखिया पद की शपथ लेने वाले थे.
प्रतीकात्मक फोटो

पटना. बिहार के मुंगेर में पंचायत चुनाव जीतने के बाद नक्सलियों को पार्टी नहीं देना नवनिर्वाचित मुखिया को पड़ा भारी. नक्सलियों ने नवनिर्वाचित मुखिया परमानंद टुड्डू  की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी. इस घटना के बाद ग्रामीणों में काफी आक्रोशित है. ग्रामीण डर की वजह से चुप-चाप हैं. जबकी, परमानंद टुड्डू ने अभी तक मुखिया पद की शपथ भी नहीं ली थी. घटना जिले के लडैयां टांड थाना क्षेत्र के पहाड़ों से घिरे आजिमगंज पंचायत के मथुरा गांव में हुई है. वहां पर नक्सलियों ने देर रात मुखिया परमानंद टुड्डू की शपथ ग्रहण करने से पहले हत्या कर दी. हत्या के पिछे कारण  बताया जा रहा है कि चुनाव जीतने के बाद मुखिया की ओर से पार्टी नहीं दी गई थी. 

मुखिया के बेटे अभिषेक ने पुलिस को कहा कि देर रात करीब आधा दर्जन से अधिक नक्सलियों ने घर में घुसे. नक्सलियों ने पापा को उठाया और उनसे खींचातानी करने लगे. नक्सलियों ने कहा, कि 'चुनाव जीते हो, खस्सी खिलाओ… और घसीटते हुए बाहर लेकर गए और गला रेतकर हत्या कर दी. बेटे ने रोते हुए बताया कि उनके पिता 31 दिसंबर को मुखिया पद की शपथ लेने वाले थे, लेकिन पहले ही नक्सलियों ने उनकी हत्या कर दी. ग्रामीणों ने बताया कि नक्सलियों ने गांव वालों से दूसरे मुखिया का समर्थन करने की अपील की थी. लेकिन लोगों ने परमानंद टुड्डू को चुनाव में वोट दिया. जिससे नक्सली ने गुस्से में आकर परमानंद की हत्या कर दी. ये भी कहा जा रहा है कि वाली बात सही है. नक्सलियों को मुखिया परमानंद ने खस्सी के मांस खिलाने से मना किया था. इसके बाद परमानंद की हत्याकर दी.

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परमानंद टुड्डू की हत्या के बाद पूरे पंचायत के लोगों में ड़र और दहशत है. मृतक मुखिया परमानंद रेलवे से सेवानिवृत पिता श्यामसुंदर टुड्डू के साथ खेती-बाड़ी करता था. गांव वाले ने बताया कि परमानंद ने नक्सलियों की चेतावनी के बाद भी 2016 में मुखिया का चुनाव लड़ा था. लेकिन चुनाव हार गया था. जबकी, इस बार भी नक्सलियों ने चुनाव नहीं लड़ने की चेतावनी दी थी, लेकिन परमानंद ने इग्नोर कर दिया और चुनाव लड़कर जीत गए. ग्रामीणों ने बताया कि मुंह खोलने पर नक्सलियों ने अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है. जिससे गांव वाले पूरी तरह चुप हैं. पुलिसवालों ने शव को कब्जे में लिया और उसे लेकर आनन-फानन में अस्पताल पहुंचे. लडैयाटांड थानाध्यक्ष नीरज कुमार ठाकुर ने कहा कि सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची थी. पूरे मामले की जांच की चल रही है. डीएसपी सदर ने बताया कि परमानंद की हत्या नक्सलियों ने की होगी, उससे इनकार नहीं किया जा सकता.

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