सावधान! साइबर ठगों का नया तरीका, लिंक डाउनलोड कराकर खाते से उड़ाए 62 हजार

Sumit Rajak, Last updated: Mon, 7th Feb 2022, 11:54 AM IST
  • ठगी के लिए साइबर अपराधियों ने ऐनी डेस्क के बाद अब नए लिंक रिफंड क्विक सपोर्ट का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. ऑनलाइन तरीके से बिजली का बिल जमा करने के दौरान मोबाइल में इस लिंक को डाउनलोड कराकर साइबर अपराधियों ने अमन चंदन के दो बैंक खातों से चार बार में 62 हजार रुपये उड़ा दिए.
प्रतीकात्मक फोटो

पटना. ठगी के लिए साइबर अपराधियों ने ऐनी डेस्क के बाद अब नए लिंक रिफंड क्विक सपोर्ट का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. ऑनलाइन तरीके से बिजली का बिल जमा करने के दौरान मोबाइल में इस लिंक को डाउनलोड कराकर साइबर अपराधियों ने अमन चंदन के दो बैंक खातों से चार बार में 62 हजार रुपये उड़ा दिए. 

इस मामले में पीड़ित की ओर से गांधी मैदान थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. ऐसे में अब लोगों को ठगी से बचने के लिए इस लिंक से भी सावधान रहना होगा. 

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‘हिंदुस्तान' से जुड़े पीड़ित अमन चंदन के मुताबिक वह मूल रूप से बिहार शरीफ के मंगला नगर रामचंद्रपुर थाना लहरी के निवासी हैं. पटना में एक मीडिया हाउस में कार्यरत है. मौजूदा समय में वह परिवार के साथ गर्दनीबाग थाना के जनता रोड गौतम नगर सरिस्ताबाद में दिनेश सिंह के मकान में रहते हैं. 5 फरवरी की सुबह करीब 9 बजे वह एसबीआई के खाते से जुड़े ऑनलाइन गूगल पे एप से बिजली का 2312 रुपये बिल जमा कर रहे थे. यह खाता बिहारशरीफ बाजार एसबीआई शाखा में है. 

प्रोसेस पूरा हो जाने के बाद खाता से पैसा कट गया लेकिन बिल जमा नहीं हुआ. पैसा वापस लाने के लिए उन्होंने गूगल से एसबीआई कस्टमर केयर का नंबर स्कैन किया, जिसमें दो मोबाइल नंबर मिले. उक्त नंबर पर फोन कर पीड़ित  ने अपनी शिकायत दर्ज कराई. पीड़ित का आरोप है कि उक्त कस्टमर केयर नंबर से उनके मोबाइल पर कॉल आया. कॉल करने वाले ने गूगल प्ले स्टोर से  रिफंड क्विक डाउनलोड करवाया. जैसे ही उक्त लिंक को पीडित ने अपने मोबाइल पर डाउनलोड किया, 'वैसे ही उनके एसबीआई अकाउंट से दो हजार तथा एचडीएफसी एग्जीबिशन रोड के खाते से तीन बार में 60 हजार 152 रुपए उड़ा दिए गए. जबकि पीडित ने ऐप डाउनलोड करने के बाद अपनी ओर से न कोई ओटोपी, पिन, पासवर्ड आदि जानकारी साझा किया और ना ही प्रतिक्रिया ही दी थी. 

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