कश्मीर में आतंकी हमलों में अपनों की हत्या से सहमे प्रवासी बिहार, वापसी की तैयारी

Smart News Team, Last updated: Sun, 17th Oct 2021, 11:05 PM IST
  • जम्मू कश्मीर में हो रहे आतंकी हमलों में चार बिहारी लोगों की हत्या के बाद अन्य रहने वाले बिहार के प्रवासियों में खौफ का माहौल हो गया है. इतना ही नहीं लद्दाख तक में काम करने वाले लोग सहमे हुए हैं. काफी लोग वापसी की तैयारी भी करने लगे हैं. दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले में उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से फोन पर जानकारी ली है.
कश्मीर में आतंकी हमलों में अपनों की हत्या से सहमे प्रवासी बिहार, वापसी की तैयारी

पटना. जम्मू कश्मीर में करीब एक सप्ताह में चार बिहारी मजदूरों की आतंकी हमलों में की गई हत्या ने अन्य प्रवासियों के मन में भी खौफ पैदा कर दिया है. यह खौफ सिर्फ घाटी ही नहीं, बल्कि साथ लगे केंद्र शाषित प्रदेश लद्दाख में भी लोगों के मन में बना है. काफी प्रवासी तो अब वापसी की तैयारियों में भी लग गए हैं. रविवार को अनंतनाग में हुई दो हत्या के बाद प्रवासी मजदूर और ज्यादा सहम गए हैं. दूसरी ओर लगातार हुई हत्याओं पर दुख जताते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से फोन पर बात की है. वहीं मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख की आर्थिक सहायता का ऐलान किया.

गौरतलब है कि रविवार को दो बिहारी मजदूरों की हत्या से पहले शनिवार को बांका जिले के अरविंद कुमार साह और इससे पहले 10 अक्टूबर को भागलपुर के विरेंद्र पासवान को आतंकी हमले में मार दिया गया था. गोलगप्पे का ठेला लगाने वाले मारे गए अरविंद कुमार साह के भाई ने बताया कि उनके गांव और आसपास के ही करीब 200 लोग घाटी में रहते हैं जो दैनिक मजदूरी या छोटी दुकानदारी से अपना घर चलाते हैं. लगातार हो रही घटनाओं के बाद अब सभी लोगों के पास वापस लौटने का विकल्प बाकी है, इसलिए सभी ने तैयारी शुरू भी कर दी है.

अनंतनाग में दो बिहारी मजदूरों की हत्या, CM नीतीश ने जम्मू कश्मीर LG से की बात

मालूम हो कि कश्मीर के कारगिल में दो दिन पहले पूर्णिया जिले के रहने वाले राजमिस्त्री मुजाहिद की भी हत्या कर दी गई थी. मुजाहिद को ईंट से कूचकर मारा गया था. हालांकि, यह साफ नहीं हो पाया कि यह आतंकियों ने किया था या कोई अन्य कारण इसके पीछे थे. लगातार हो रही हत्याओं से खौफ का माहौल सिर्फ जम्मू कश्मीर ही नहीं लद्दाख तक पहुंच गया है. वहां भी सैंकड़ों की तादाद में बिहारी प्रवासी हैं जो खबरों को सुनकर डरे सहमे हैं.

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