बिहार: उपभोक्ताओं का स्‍मार्ट प्री-पेड मीटर के प्रति बढ़ा रूझान, कंपनी ने हासिल की बड़ी उपलब्धि

Smart News Team, Last updated: Sat, 12th Feb 2022, 11:46 AM IST
  • बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के स्मार्ट प्री-पेड मीटर को गूगल पर पांच में से 4.1 की रेटिंग मिली है. कंपनी की ओर से योजना के तहत शहर के सभी उपभोक्ताओं के घर पर प्री-पेड मीटर लगाए जा रहे हैं.
बिहार बिजली कंपनी स्मार्ट मीटर.

पटना. बिहार में हर घर में स्मार्ट मीटर लगाने की कवायद तेज हो गई है. योजना के तहत कंपनी द्वारा शहर के सभी उपभोक्ताओं के घर पर प्री-पेड मीटर लगाए जा रहे हैं. वहीं, आम लोग भी अब स्मार्ट मीटर के प्रति काफी संतुष्ट नजर आ रहे हैं. बिजली कंपनी ने भी इस बात को लेकर दावा किया है. बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के स्मार्ट प्री-पेड मीटर को गूगल पर पांच में से 4.1 की रेटिंग मिली है, जो एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है.

पांच में से 4.1 रेटिंग बड़ी उपलब्धि

बता दें कि शहरी क्षेत्र में उपभोक्ताओं के घर पर पुराने मीटर ​बदल कर नये स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं. उपभोक्ताओं को इन स्मार्ट मीटर को रिचार्ज कराना होता है, जिसके लिए प्रदेश भर में रिचार्ज सेंटर खोले जा रहे हैं. पटना में 35 जगहों पर रिचार्ज सेंटर खोले जा चुके है. बिजली कंपनी का कहना है कि डिजिटल मीटर और स्मार्ट प्रीपेड मीटर की तुलनात्मक जांच के लिए सभी प्रमंडलों पर स्थिति केंद्रों पर डेमो दिया जाता है. गूगल पर पांच में से 4.1 रेटिंग आने पर बिजली कंपनी के आला अधिकारियों ने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया है.

बिहार की सांस्कृतिक विरासत को मिलेगा बढ़ावा, EZCC आयोजित करेगा कल्चरल फिल्म फेस्टिवल

अधिक खपत की शिकायत

बता दें कि कई उपभोक्‍ताओं ने स्मार्ट मीटर को लेकर शिकायत की है. उपभोक्ताओं का कहना है कि स्मार्ट मीटर में अधिक खपत दिखाई जा रही है, हालांकि कंपनी ने इन शिकायतों को खारिज कर दिया. कंपनी का कहना है कि स्मार्ट प्री-पेड मीटर में अधिक खपत दर्ज नहीं होती. एलएंडटी कंपनी पूर्व में भी बिजली कंपनी को डिजिटल मीटर की आपूर्ति कर रही थी. वही कंपनी राज्य में स्मार्ट प्रीपेड मीटर की आपूर्ति कर रही है. सर्वर से जुड़ा होने के कारण स्मार्ट प्री-पेड मीटर में किसी भी तरह की गड़बड़ी की तुरंत जानकारी मिल जाती है.

जांच की सुविधा

बिजली कंपनी का कहना है कि स्मार्ट प्री-पेड मीटर की जांच ब्यूरो आफ इनर्जी स्टैंडर्ड आइएसओ 6444 के तहत की जाती है. इसके बाद ही प्री-पेड मीटर की आपूर्ति होती है. इसके अलावा एमआरटी डिवीजन में भी मीटर के सैंपल की जांच की जाती है. वहीं, फिर भी अगर किसी उपभोक्ता को शिकायत है, तो वह स्वयं भी थर्ड पार्टी से जांच करा सकता है.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें