कोरोना के कारण बिहार पर्यटन को डेढ़ से 2 करोड़ रुपए का हुआ नुकसान
- कोरोना के कारण देश के पर्यटन को काफी नुकसान हुआ है. यदि बिहार के टूरिस्म की बात करें तो उससे विगत छह महीनों में डेढ़ से करोड़ डेढ़ से दो करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. आपको बता दें कि बिहार में लॉकडाउन के चलते बिहार पर्यटन विकास निगम के सभी होटल, बस ,जहाज सहित सभी सेवाएं बंद है.

पटना. कोरोना के कारण पर्यटन क्षेत्र को भी बहुत नुकसान हुआ है. इसके चलते हुए लॉकडाउन के कारण बिहार के पर्यटन को काफी नुकसान पहुंचा है. यदि बीते मार्च माह से अगस्त माह तक की बात करें तो पर्यटन को करीब डेढ़ से दो करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.
बिहार में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. इस कारण से बिहार पर्यटन विकास निगम की सभी सेवाएं अभी तक बंद है. कोराना के कारण निगम के होटल, टूरिस्ट स्पॉट गोलघर, राजगीर रोपवे, पटना- रांची बस सेवाएं, टूरिस्ट बस सेवाएं और जहाजों का संचालन नहीं हो पा रहा है. इन सभी सेवाओं से निगम की अच्छी कमाई होती थी. लेकिन इन सभी सेवाओं के बंद होने से पर्यटन क्षेत्र को काफी नुकसान हुआ है.
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हालांकि लॉकडाउन में निगम की एकमात्र सेवा एयरपोर्ट से टैक्सी का संचालन हो रहा है. इससे निगम को सालाना आय 1 करोड़ होती है. यह टैक्सी राज्य समेत अन्य प्रदेशों के एयरपोर्ट से चलती है. ऐसी 25 टैक्सी चला करती हैं. लेकिन अभी लॉकडाउन में इनकी संख्या 15 हो गई है. निगम की यह योजना सभी योजनाओं में सबसे लाभकारी सिद्ध हो रही है.
पर्यटन निगम के होटलों की बात करें तो राज्य भर में इसके 8 होटल संचालित हो रहे हैं. इनमें से पांच होटलों को लीज पर चलाया जा रहा है. इसमें ऋषि बिहार होटल ,मुजफ्फरपुर सबसे अधिक मुनाफे में है. इससे निगम को 55 से 60 लाख रुपये तक राजस्व आता है. इसके अलावा होटल पटना में कौटिल्य विहार, कैमूर विहार मोहनिया, बोधगया, रेणु विहार पूर्णियां, सिंघेशर विहार मधेपुरा, सासाराम, मुंडेश्वरी, सिंघेश्वर में हैं। इन सभी होटलों की कमाई दो से ढाई लाख रु है. निगम को इन सभी होटलों से सालाना 80 लाख की कमाई होती है. इसके अलावा सहरसा, राजगीर और बक्सर के होटल लीज पर चल रहे हैं. राजगीर में तीन होटल और एक-एक सहरसा और बक्सर में हैं.
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इसके अलावा पटना रांची बस सेवा से निगम को सालाना 60 से 70 लाख रुपए की कमाई होती है. इसमें दो बस का संचालन होता है जिनमें एक बस रांची से पटना और दूसरी पटना से रांची चलती है. इन 5 महीनों से निगम की बसों के बंद होने के कारण से 25 से 30 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. इसके अलावा टूरिस्ट बस पटना से राजगीर, बोधगया ,ककोलत और नालंदा से पर्यटन सीजन में 10 लाख तक की कमाई हो जाती थी लेकिन इस बार पर्यटन सीजन में ये सेवाएं बंद रही. इससे भी काफी नुकसान हुआ.
जीएम बिहार पर्यटन विकास निगम के पितेश्वर प्रसाद का कहना है कि लॉकडाउन में पर्यटन को काफी नुकसान हुआ है. पर्यटन की सभी सेवाएं बंद है. अब इसके दोबारा संचालन के बाद ही स्थिति सामान्य हो पाएगी.
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