दुनियाभर में फेमस महोबा के देशावरी पान को मिला जीआई टैग, किसानों को मिलेगी संजीवनी

Nawab Ali, Last updated: Fri, 15th Oct 2021, 8:29 AM IST
  • बिहार के महोबा जिले के फेमस देशावरी पान को जीआई टैग मिल गया है. जीआई मिलने के बाद महोबा में पान की खेती करने वाले किसानों को संजीवनी मिलेगी. महोबा के पान की खाड़ी देशों में काफी मांग है. पाकिस्तान भी में भी महोबा के देशावरी पान को पसंद किया जाता है. 
महोबा के पान देशावरी को मिला जीआई टैग. फाइल फोटो

पटना. बिहार के महोबा का देशावरी पान देशभर में अपनी खुशबु और स्वाद के लिए प्रसिद्ध है. लेकिन महोबा के देश्वरी पान को जीआई टैग मिल गया है. जीआई टैग मिलने के की प्रिक्रिया काफी समय से चल रही थी. अब महोबा में बदहाल पान के किसानों की तकदीर बदलेगी बल्कि पान व्यवसाय को संजीविनी भी मिलेगी. साल 2014 में डीएम डॉ काजल ने पान के जीआई टैग के लिए पहल की थी जिसके बाद डीएम सत्येंद्र ने इस मुहीम को आगे बढ़ाया.

बिहार के महोबा का पान अपनी खुशबु और स्वाद के लिए देश ही नहीं दुनिया के कई देशों में प्रसिद्ध है. महोबा का देशावरी पान खाड़ी देशों को भेजा जाता है साथ ही पाकिस्तान में भी इस पान की काफी मांग हैं. अब पान को जीआई टैग मिलने के बाद बदहाल हो रहे पान किसानों को एक संजीवनी मिल सकेगी. महोबा के देशावरी पान को जीआई टैग दिलाने के लिए साल 2014 में जद्दोजहद शुरू हुई थी. देशावरी पान की खेती के लिए चंदेल शासकों ने बड़े पैमाने पर भूमि देकर पान की खेती करानी शुरू की थी. लेकिन पान किसानों की सुध न लेने के कारण पान की खेती अंधकार में चली गई. बिहार शासन ने पान को जीआई टैग देने के लिए कर और जिलों से आपत्तियां मांगी थी. 

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पान को जीआई टैग मिलने के बाद किसानों के चेहरे पर खुशी दिख रही है. पान को जीआई टैग मिलने के बाद महोबा आये मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा है कि एक बार फिर से महोबा जिले का पान पूरी दुनिया में प्रसिद्ध होगा. सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर और किसानों की आय दोगुना करने की दिशा में काम कर रही है. 

 

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