दसवीं-12वीं एग्जाम डेट बढ़वाना चाहते हैं BSEB बिहार बोर्ड के छात्र, ये है कारण
- अब उन छात्रों की मांग है, कि परिक्षा की तिथि आगे बढ़ाई जाए उन्होंने ने अपने मांग में कहा है, कि परिक्षा हाल में बैठने की व्यवस्था अच्छी नहीं है. और हमारी पढ़ाई नहीं होने की वजह से हमें फेल होने का खतरा है

पटना: बिहार बोर्ड के लाखों छात्रों ने 10वीं 12वीं के परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था. लेकीन अब उन छात्रों की मांग है, कि परिक्षा की तिथि आगे बढ़ाई जाए उन्होंने ने अपने मांग में कहा है, कि परिक्षा हाल में बैठने की व्यवस्था अच्छी नहीं है. और हमारी पढ़ाई नहीं होने की वजह से हमें फेल होने का खतरा है. स्कूलों को बंद होने और डिजिटल कक्षा ठीक से ना होने से परीक्षा को रद्द करने की मांग रखी है. बीएसईबी ने कक्षा 12 के छात्रों के लिए 1 फरवरी से 13 फरवरी तक की बोर्ड परीक्षा निर्धारित की है. जबकि कक्षा 10 के लिए परीक्षाएं 17 से 24 फरवरी के बीच आयोजित की जाएंगी. राष्ट्रीय शिक्षा बोर्डों का हवाला देते हुए, जिन्होंने महामारी के कारण शैक्षणिक नुकसान की भरपाई करने के प्रयास में अपने परीक्षा कार्यक्रम को दो से तीन महीने के लिए स्थानांतरित कर दिया था.
बिहार के छात्रों ने राज्य के शिक्षा बोर्ड को अपने परीक्षा कैलेंडर के लिए सिर्फ अपने भविष्य के साथ खेलने का आरोप लगाया है. छात्रों ने यह भी बताया कि अन्य शिक्षा बोर्ड के विपरीत, बीएसईबी ने सिलेबस को कम नहीं किया है जो उनके संकट बन गया है. गवर्नमेंट बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 12 वीं कक्षा के छात्र अमित कुमार ने कहा, '' मेरे स्कूल में 10 महीने में कोई ऑनलाइन क्लास आयोजित नहीं की गई थी. हम में से अधिकांश बेहतर तैयारी के लिए कोचिंग सेंटरों पर भरोसा करते हैं. लेकिन उन्हें भी बंद कर दिया गया. मुझे संदेह है कि मैं परीक्षा पास करूंगा. ”
बिहार कृषि विभाग में मिलेंगे सरकारी नौकरी के बंपर मौके, इतने पदों पर होगी भर्ती
“बीएसईबी हमारे साथ अन्याय कर रहा है क्योंकि न तो सिलेबस कम किया गया था और न ही तैयारी के लिए अतिरिक्त समय दिया जा रहा है. इस तरह से बोर्ड के अन्य छात्रों की तुलना में हमारा प्रदर्शन बिगड़ जाएगा. अंतत: हमें नुकसान होगा क्योंकि कम प्रतिशत हमें उच्च अध्ययन के लिए अच्छे कॉलेज नहीं मिलेंगे. ” कक्षा 12 की एक अन्य छात्रा सुप्रिया रानी ने कहा, “सिलेबस पूर्ववर्ती कक्षा की तुलना में बहुत विशाल और जटिल है. स्व-अध्ययन के बावजूद, मैं भौतिकी और गणित के विषयों को समझने में सक्षम नहीं हूं. परीक्षा में मुश्किल से 10 दिन बचे हैं, मुझे अपने संदेह को दूर करने और परीक्षा लिखने को लेकर आश्वस्त नहीं हूं. ”
तेजस्वी ने फोन पर पटना DM को बताया अपना नाम, उधर से आए जवाब पर बज गईं तालियां
इस महीने की शुरुआत में पटना, गया और मुंगेर में कई छात्रों और शिक्षकों द्वारा कोविड -19 के सकारात्मक परीक्षण के बाद स्कूलों में सुरक्षा प्रोटोकॉल पर सभी छात्रों ने सवाल उठाया है. अपनी मांग को बढ़ाने के लिए, छात्रों ने #postpone_biharboardexam2021 के नाम से ट्विटर पर ट्वीट भी किया है. शास्त्री नगर गर्ल्स स्कूल के एक शिक्षक से संपर्क करने पर उन्होंने कहा, “स्कूल को फिर से खोलने के बाद, उपस्थिति बहुत कम है. कुछ को छोड़कर, उनमें से अधिकांश अभी भी प्रमुख विषयों से अपरिचित हैं. इस वर्ष पासिंग प्रतिशत में गिरावट की संभावना है। ”
पूर्व CM राबड़ी देवी के आवास पर राजद विधायक दल की मीटिंग, तेजस्वी यादव हुए शामिल
इस बीच, बीएसईबी के अधिकारियों ने निर्धारित समय पर बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं को पूरा करने के लिए कमर कस ली है. “परीक्षा केंद्रों और परीक्षा हॉलों की संख्या बढ़ाई जा रही है क्योंकि एक छात्र-एक बेंच फार्मूला का पालन सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए किया जाएगा. बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "प्रत्येक विषय में छात्रों की कठिनाई को कम करने के लिए वैकल्पिक प्रश्नों की संख्या में वृद्धि की गई है".
अन्य खबरें
पटना में अपराधियों का आतंक, 14 साल की लड़की की गला काटकर हत्या
दिल्ली के रिलायंस ज्वेलरी शोरूम में लूट करने वाले दो बदमाश पटना से गिरफ्तार
नेफेड से MSP पर मक्का-दाल की खरीद कराएगी बिहार सरकार, केंद्र को भेजेगें प्रस्ताव
1857 क्रांति में आजादी को सूली चढ़े बिहार के वारिस अली समेत 27 को शहीद का दर्जा