Bihar Budget 2022: बजट में 10 फीसदी बढ़ोतरी के आसार, इन मुद्दों पर दी जाएगी प्राथमिकता
- बिहार विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट दोपहर करीब दो बजे पेश होगा. इस साल के बजट का आकार पिछले बजट से थोड़ा बड़ा होगा. माना जा रहा है बिहार बजट में किसानों को बड़ी प्राथमिकता दी जाएगी. हर खेत के लिए पानी को प्राथमिकता दी जाएगी. वहीं किसानों को खेती के लिए बिजली उपलब्ध कराने को लेकर अलग अलग फीडर बनाए जा रहे हैं.

पटना. बिहार के उप मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद सोमवार को बिहार विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट दोपहर करीब दो बजे पेश करेंगे. इस साल के बजट का आकार पिछले बजट से थोड़ा बड़ा होगा. 70 साल पहले बिहार विधानसभा में पहला बजट पेश हुआ था तब वित्त मंत्री अनुग्रह नारायण सिंह थे. माना जा रहा है बिहार बजट में किसानों को बड़ी प्राथमिकता दी जाएगी. हर खेत के लिए पानी को प्राथमिकता दी जाएगी. वहीं किसानों को खेती के लिए बिजली उपलब्ध कराने को लेकर अलग अलग फीडर बनाए जा रहे हैं. किसानों को बिजली का अलग से कनेक्शन देने के लिए बजट में प्रावधान की घोषणा की जा सकती हैं.
वहीं प्रखंडों को दो लेन की सड़क और जिला मुख्यालय को चार लेन की सड़क से जोड़ने के लिए बजट में आवश्यक राशि की व्यवस्था किए जाने की उम्मीद है. स्वास्थ्य के क्षेत्र में अस्पतालों के जर्जर भवनों के जीर्णोंद्धार आवश्यक मशीन एवं उपकरणों की उपलब्धता टेलीमेडिसिन को बढ़ावा देने सहित अन्य जरूरी प्रावधान किए जाने की संभावना है. वहीं प्राथमिक शिक्षा में भी नई पहल की जा सकती है.
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रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा पहल किये जाने की संभावना
वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए आगामी बजट में आधारभूत संरचना के विकास एवं रोजगार सृजन और कोविड के कारण पिछले दो वर्षो में स्थिर रहे आर्थिक गतिविधियों को तेज करने के लिए उद्यमिता विकास और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास पर जोर दिए जाने की उम्मीद है. वित्त विभाग के सूत्रों के अनुसार विशेष रूप से कोरोना काल में वापस लौटे लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में पहल किए जाने की संभावना है.
10 फीसदी की बढ़ोतरी की संभावना
जानकारी के मुताबिक बिहार के बजट आकार में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की संभावना है. 2021-22 के आर्थिक सर्वेक्षण के हिसाब से 2.5 की आर्थिक विकास दर होने के कारण आगामी वार्षिक बजट आकार में बढ़ोतरी तय मानी जा रही है. केंद्रीय राजस्व के मद में हुई बढ़ोतरी से भी तय है कि राज्य का बजट आकार बढ़ेगा. केंद्रीय करों में राज्य की हिस्सेदारी बढ़ने के अलावा कर लेने की सीमा 4 फ़ीसदी होने और आर्थिक गतिविधियों के तेज होने से आंतरिक स्रोतों से प्राप्त आय के आधार पर बजट का आकार 2.40 लाख करोड़ होने की संभावना है. पिछले साल राज्य बजट का आकार 2.18 लाख करोड़ था. बिहार के वार्षिक बजट के आकार में लगातार बढ़ोतरी पहले से ही दर्ज की जा रही है.
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