चिराग ने पिता रामविलास की पहली बरसी पर पीएम मोदी, अमित शाह सहित कई शीर्ष नेताओं को दिया न्योता

Somya Sri, Last updated: Wed, 8th Sep 2021, 11:23 AM IST
  • लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान अपने पिता और स्वर्गीय दलित नेता रामविलास पासवान की पहली बरसी पारंपरिक पंचांग के आधार पर 12 सितंबर को पटना में आयोजित कर रहे हैं. जिससें उन्होनें पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई शीर्ष राष्ट्रीय नेताओं को न्योता दिया है.
लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान (फाइल फोटो)

पटना: लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान अपने पिता और स्वर्गीय दलित नेता रामविलास पासवान की पहली बरसी पारंपरिक पंचांग के आधार पर 12 सितंबर को पटना में आयोजित कर रहे हैं. इसके लिए चिराग मंगलवार को ही बिहार के लिए रवाना हो गए हैं. उन्होंने मंगलवार को कहा कि 12 सितंबर को पटना में रामविलास पासवान की पहली बरसी आयोजित की जाएगी जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित कई शीर्ष राष्ट्रीय नेताओं को न्योता दिया गया है.

मालूम हो कि इस आयोजन को राजनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा है. क्योंकि ये ऐसे समय में हो रहा है जब हाल ही में पिता की विरासत को लेकर चाचा व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के साथ चिराग पासवान की लड़ाई चल रही है. चिराग ने कहा कि उन्होंने मोदी और शाह से बात की है और उन्हें न्योता दिया है. वह सोनिया गांधी, राहुल गांधी और रक्षा मंत्री राजनाथ से भी इस संबंध में मिले हैं. इसके अलावा चिराग आज बिहार के कई शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं. जिनमें राजद नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात भी शामिल है.

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जानकारी के मुताबिक चिराग ने नीतीश कुमार से मुलाकात के लिए भी समय मांगा था लेकिन उन्हें वो अबतक मिला नहीं है. चिराग ने मीडिया से कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है. वहीं इस कार्यक्रम के साथ ही चिराग ने उन सभी कयासों को खंडित कर दिया है जिसमें कहा जा रहा था कि उनकी पार्टी रामविलास पासवान की मूर्ति लगाकर उनके दिल्ली में तीन दशक तक निवास में रहे आवास को नियंत्रण में रखना चाहती है.

उन्होंने कहा, ‘‘इस समय सरकार ने मुझे यहां रहने की अनुमति दी है. यह मूर्ति दिवंगत नेता के लिए पार्टी का प्रेम है और जब वैकल्पिक व्यवस्था होगी तो उसे स्थानांतरित कर दिया जाएगा. इस मूर्ति को मेरी ओर से संपत्ति पर अतिक्रमण के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए.’’ चिराग ने कहा कि वह कभी ऐसे किसी कार्य का समर्थन नहीं करेंगे जो इसके खिलाफ जाए. उन्होंने जोर देकर कहा कि पार्टी की योजना देश के हर जिले में उनके पिता की मूर्ति लगाने की है.

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