दावा: मोबाइल टावर का रेडिएशन शरीर के लिए नहीं है हानिकारक

Pallawi Kumari, Last updated: Tue, 12th Oct 2021, 9:29 AM IST
  • मोबाइल विकिरण के प्रभाव पर आयोजित वेबिनार में टेलीकॉम विभाग के उपमहानिदेशक गिरीजेश कुमार मिश्रा ने दावा किया कि मोबाइल टावर के रेडियएशन का शरीर पर बुरा असर नहीं पड़ता. साथ ही रेडिएशन स्तर को नामने के लिए और मोबाइल टावर की जानकारी आम आदमी को देने के लिए टेलीकॉम विभाग ने एक वेबपोर्टल भी लॉन्च किया है.
मोबाइल टावर के रेडिएशन से शरीर को कोई नुकसान नहीं.

पटना.  टेलीकॉम विभाग के वरिष्ठ उपमहानिदेशक गिरीजेश कुमार मिश्रा ने दावा किया कि मोबाइल टावर से निकलने वाला रेडिएशन का स्वास्थ्य पर बुरा असर नहीं पड़ता है. उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार रेडिएशन का प्रभाव दस गुना कम देखा गया है. सोमवार को मोबाइल विकिरण के प्रभाव पर पटना में आयोजित वेबिनार के दौरान उन्होंने ये दावा किया.

गिरीजेश कुमार मिश्र ने बताया कि, विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार रेडिएशन का प्रभाव दस गुना कम देखा गया है. राज्य में 1 लाख 647 मोबाइल के बीटीएस हैं, इसमें 34 हजार 82 का सर्वे किया गया है. सात वर्षों के किए गए सर्वे में पाया गया है कि लोगों के बीच भ्रम फैलाया जा रहा है कि बीटीएस के रेडिएशन से मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव पड़ता है.

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वेबिनार में मोबाइल रेडिएशन के तथ्य और भ्रम पर राज्य की वर्तमान स्थिति पर गिरीजेश मिश्रा ने बताया कि देश में 5G  टेक्नोलॉजी पर काम शुरू हो चुका है और बहुत जल्द देश में मोबाइल टावरों की संख्या कई गुना बढ़ जाएगी. इस बीच मोबाइल टावर के रेडिएशन को लेकर इस तरह की भ्रांतियां फैलाई जा रही है जो, पूरी तरह से गलत है.

वेबिनार में उन्होंने बताया कि दूर संचार विभाग ने तरंग संचार (www.tarangsanchar.gov.in ) नाम से एक वेब पोर्टल भी विकसित किया है जिससे आम लोग अपने आस-पास के टेलीकॉम टॉवरों के रेडिएशन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है और चार हजार रुपये का भुगतान कर टावर का निरीक्षण भी खुद करा सकते हैं. वेबिनार में निदेशक बीएम पटेल, सहायक निदेशक चंदन कुमार और पीएमसीएच के प्रोफेसर डॉ. आर के सिन्हा ने कई शोध और जानकारियां साझा की.

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