COVID-19 टेस्ट में गड़बड़ी पर भड़के CM नीतीश कुमार, बोले-किसी को नहीं छोड़ेंगे
- सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मामले की जानकारी होते ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संपर्क साधा और जानकारी मांगी. उन्होंने मामले में पूरी गंभीरता से जांच का आदेश भी दिया है, और चेताया है कि जांच में अगर कोई भी दोषी पाया जाता है, तो उसे नहीं बख्शेंगे.
_1612781459959_1612781464543_1613220289852.jpg)
पटना: बिहार में कोविड-19 टेस्ट में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है, और उसमें कर्रवाई भी जोर शोर से हो रहा है. मामला इतना तूल पकड़ा है कि खुद सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों से जानकारी मांगी है. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मामले की जानकारी होते ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संपर्क साधा और जानकारी मांगी. उन्होंने मामले में पूरी गंभीरता से जांच का आदेश भी दिया है, और चेताया है कि जांच में अगर कोई भी दोषी पाया जाता है, तो उसे नहीं बख्शेंगे. मुख्यमंत्री ने बताया कि मुझे प्रधान सचिव ने बताया है कि 22 जिलों में जांच हो गई है. इनमें एक जगह पर कोई मामला देखा गया है, जिसपर कार्रवाई भी हुई है. पूरी विस्तृत जांच होगी.
अपने दिल्ली दौरे से लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने कोरोना जांच में गड़बड़ी पर सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने कहा कि अब हम पटना आ गए हैं इस पर और विस्तृत जानकारी लेंगे. यह भी कहा कि शुरू से ही कोरोना संक्रमण की प्रतिदिन रिपोर्ट उनके पास आती है. कितनी जांच हुई, कहां क्या स्थिति है, सब मेरे पास आता है. केंद्र सरकार को भी जांच रिपोर्ट भेजी गई है.
नगर निगम बदलेगा पटना का अंदाज, PPP मोड में लगेंगे CCTV, खुलेंगे फूड काउंटर
आधा दर्जन से अधिक कर्मचारी बर्खास्त
कोरोना जांच के दौरान गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जमुई के सिविल सर्जन डॉ. विजयेंद्र विद्यार्थी सहित चार पदाधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. वहीं, आधा दर्जन से अधिक अन्य कर्मियों को नौकरी से छुट्टी दे दी गई है. स्वास्थ्य विभाग ने जमुई में जांच में अनियमितता की शिकायत मिलने के बाद सभी जिलों के जिलाधिकारी को कोरोना जांच संबंधी कार्रवाई की जांच कराने का निर्देश दिया है. विभाग ने इस संबंध में किसी प्रकार की शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इस मामले की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक-एक चीज की जांच करने का निर्देश विभाग के प्रधान सचिव को दिया है. उन्होंने कहा है कि अगर कोई भी गड़बड़ी हुई होगी तो दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
CSBC Exam: बिहार कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की तारीख घोषित, जानें फुल डिटेल्स
इन तीन अधिकारीयों को को भी किया गया निलम्बित
जिन पदाधिकारियों को सस्पेंड किया गया है, उनमें जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सह प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, जमुई डॉ. विमल कुमार चौधरी, सिकंदरा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शाजीद हुसैन एवं बरहट स्थित प्राथमिक चिकित्सा केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. नंद कुमार मंडल भी शामिल हैं.
अन्य खबरें
बिहार से दिल्ली आने-जाने वाली कई स्पेशल ट्रेनें 24 मार्च तक रद्द, मिलेगा रिफंड
कोरोना काल में संकट के समय तेजस्वी रहे बिहार से बाहर, अब उठा रहे सवाल: संजय झा
दो दिवसीय दिल्ली दौरे से पटना लौटे CM नीतीश, यात्रा के बारे में दी जानकारी
स्वास्थ्य विभाग का बड़ा कारनामा, रिश्वत और धोखाधड़ी के आरोपी को बना दिया निबंधक