नीतीश सरकार देगी बिहार के 15 लाख मजदूरों को तीन-तीन हजार रुपए, जानें डिटेल्स
- नीतीश कुमार सरकार राज्य के मजदूरों को चिकित्सा सहायता योजना के तहत तीन-तीन हजार रुपए अनुदान देने जा रही हैं. वहीं इसे अगले साल बंद कर राज्य के सभी मजदूरों को आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख तक का निःशुल्क चिकित्सा सेवा प्रदान कराएगी.
पटना. बिहार के श्रमिकों के खाते में जल्द ही तीन हजार रुपए आने वाले हैं. जिसकी कवायद भी शुरू हो गई है. ये रकम मजदूरों को हर साल चिकित्सा सहायता योजना के जरिए मिलने वाला अनुदान है. जिसके तहत हर साल पंजीकृत मजदूरों को चिकित्सा सहायता के लिए दिया जाता है. बिहार राज्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में कुल 14 लाख 87 हजार 23 श्रमिक पंजीकृत हैं. सरकार द्वारा दी जाने वाली राशि करीब 446 करोड़ रुपये है.
बिहार राज्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत सभी श्रमिक भवन निर्माण से लेकर अन्य काम करने वाले हैं. इस योजना में आने वाले मजदूरों की आयु करीब 60 वर्ष की है. जिन्हें सरकार चिकित्सा सहायता के लिए हर साल अनुदान के रूप में तीन हजार रुपए देती है. जिसके तहत ही इस साल भी उन्हें रकम भेजी जा रही है. बैंकों से राशि का ट्रांसफर करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. जिसके चलते जल्द ही सभी मजदूरों के खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के जरिए राशि पहुंच जाएगी.
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बिहार के श्रमिकों को मिलने वाली चिकत्सा अनुदान की राशि को इस साल देने के बाद से बंद कर दिया जाएगा. वही इसकी जगह पर उन्हें आयुष्मान भारत योजना के तहत किसी भी बीमारी का इलाज कराने के लिए मदद की जाएगी. वही इसके चलते श्रमिक हर साल पांच लाख रुपए तक निःशुल्क चिकत्सा सुविधा का लाभ उठा सकेंगे. जिसके लिए श्रम संसाधन विभाग और स्वास्थ्य विभाग के बीच 31 मार्च को करार भी किया जाएगा.जिसकी जानकारी श्रम संसाधन विभाग मंत्री जीवेश कुमार ने दिया.
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