बिहार में इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर 112 पर मिलेगी पुलिस, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड

Smart News Team, Last updated: Mon, 23rd Aug 2021, 4:58 PM IST
  • बिहार में पुलिस के लिए 100, फायर ब्रिगेड के लिए 101 जबकि एंबुलेंस के लिए 102 इमरजेंसी नंबर डायल करना होता है. नया सिस्टम लांच होने के बाद इमरजेंसी सेवा के लिए एक ही नंबर 112 डायल करना होगा. पहले चरण में पटना समेत 10 जिलों से इसकी शुरुआत की जाएगी.
नया सिस्टम लांच होने के बाद इमरजेंसी सेवा के लिए एक ही नंबर 112 डायल करना होगा.

पटना. बिहार में हर तरह की इमरजेंसी के लिए अब एक ही नंबर होगा. दरअसल, 112 नंबर डायल करने के बाद जल्द ही पुलिस, एंबुलेंस व अग्निशमन सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं. फिलहाल, इन सेवाओं के लिए अलग-अलग नंबर है. लेकिन जल्द ही 112 डायल करने पर सारी सेवाएं एक ही जगह मिल जाएंगी. इस सेवा के लिए जल्द ही इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम यानि ईआरएसएस लांच किया जाएगा. मिली जानकारी के मुताबिक, गृह विभाग ने इस दिशा में सिस्टम तैयार करने का काम शुरू कर दिया है. इसके तहत 400 गाडिय़ां खरीदी गई हैं, जो इमरजेंसी नंबर पर काल किए जाने पर स्पाट पर पहुंचने और गश्ती के काम आएंगी.

फिलहाल, बिहार में पुलिस के लिए 100, फायर ब्रिगेड के लिए 101 जबकि एंबुलेंस के लिए 102 इमरजेंसी नंबर डायल करना होता है. नया सिस्टम लांच होने के बाद इमरजेंसी सेवा के लिए एक ही नंबर 112 डायल करना होगा. पहले चरण में पटना समेत 10 जिलों से इसकी शुरुआत की जाएगी. इसके बाद ईआरएसएस योजना को राज्य भर में लागू करना है. इसके बाद धीरे-धीरे सभी 38 जिलों में इसका विस्तार होगा.

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मिली जानकारी के मुताबिक, बिहार पुलिस रेडियो मुख्यालय में इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम का कंट्रोल रूम तैयार किया जा रहा है. यह राजधानी पटना के राजवंशीनगर में स्थित है. जब यह सिस्टम लांच हो जाएगा तब यह 24 घंटे एक्टिव रहेगा. इसकी विशेषता यह है कि राज्य में कहीं से भी काल किए जाने पर कंट्रोल रूम के कर्मी इसे जरूरत के हिसाब से पुलिस, अस्पताल या फायर ब्रिगेड को ट्रांसफर कर देंगे. आंकड़ें बताते हैं कि इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम के लिए 176.22 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस राशि में तकरीबन 10.80 करोड़ रुपये केंद्रीय अंशदान के रूप में मिल गया है, जबकि शेष 165.42 करोड़ की राशि राज्य सरकार का हिस्सा है.

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