तेजस्वी यादव, मीसा भारती, मदन मोहन झा समेत 6 नेताओं पर 5 करोड़ लेकर टिकट देने का आरोप, केस दर्ज जांच शुरू
- राजद नेता तेजस्वी यादव, राजद नेत्री मीसा भारती, दिवंगत कांग्रेस नेता सदानंद सिंह, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, शुभानंद मुकेश, राजेश राठौर के ऊपर शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि इन नेताओं ने 5 करोड़ रुपए लेकर चुनाव के टिकट दिए हैं. शिकायतकर्ता वकील संजीव सिंह ने आरोप लगाया है कि चुनाव के लिए टिकट देने के नाम पर 5 करोड़ की उनसे ठगी की गई.

पटना: बिहार के हाई प्रोफाइल नेताओं के खिलाफ पटना के कोतवाली थाने में दर्ज एफआईआर पर पटना पुलिस ने जांच शुरु कर दी है. राजद नेता तेजस्वी यादव, राजद नेत्री मीसा भारती, दिवंगत कांग्रेस नेता सदानंद सिंह, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, शुभानंद मुकेश, राजेश राठौर के ऊपर शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि इन नेताओं ने 5 करोड़ रुपए लेकर चुनाव के टिकट दिए हैं. शिकायतकर्ता वकील संजीव सिंह ने आरोप लगाया है कि चुनाव के लिए टिकट देने के नाम पर 5 करोड़ की उनसे ठगी की गई.
आरोप लगाने वाले संजीव सिंह ने पुलिस को बताया कि, “ जिस वक्त पांच करोड़ रुपए मैंने (संजीव) दिया था. उस वक्त कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा सामने में बैठे हुए थे. मैंने तेजस्वी यादव और मदन मोहन झा के हाथ में पूरे रुपए दिए थे. चार अलग-अलग बैग में 5 करोड़ रुपए लेकर गए थे. जो हमने इन लोगों को दिया. उस दौरान कार्यालय में तेजस्वी यादव और मदन मोहन झा के अलावा कांग्रेस के दिवंगत नेता सदानंद सिंह, शुभानंद मुकेश, मीसा भारती और राजेश राठौड़ भी थे. चुनाव लड़ने का मेरा मन था. इसलिए टिकट लेने के लिए 2018 से ही 5 करोड़ रुपए जुटा रहा था. इसके लिए 105 दोस्तों और रिश्तेदारों ने गिफ्ट में रुपए दिए. इसके अलावा सोने की बनी पुश्तैनी ज्वेलरी को बेचा. फिर मैंने चुनाव लड़ने के लिए पैसों का इंतजाम किया. इन लोगों ने बेइमानी कर ली, पैसा रख लिया और टिकट भी नहीं दिया.”
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बताया जा रहा है कि संजीव सिंह के बयानों के बाद कोतवाली पुलिस संजीत सिंह को थाने बुलाकर पूछताछ कर सकती है. कहा जा रहा है कि पुलिस संजीव सिंह के बयान से संतुष्ट नजर नहीं आ रही है. बता दें कि संजीव सिंह ने 18 अगस्त 2021 को अदालत में शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि भागलपुर से लोकसभा का टिकट देने के लिए 15 जनवरी 2019 को उन्होंने 5 करोड रुपए दिए थे. मगर उन्हें टिकट नहीं मिला इसके बाद कोर्ट ने 16 सितंबर को केस दर्ज करने का आदेश दिया था.
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