बिहार में जारी है बाढ़ का कहर, 4 हजार से भी ज्यादा सड़कें हुईं क्षतिग्रस्त

Smart News Team, Last updated: Wed, 18th Aug 2021, 11:10 AM IST
  • बिहार के 26 से भी ज्यादा जिले बाढ़ के चपेट में हैं. पूरे राज्य में कुल 4321 सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, नेशनल हाईवे से लेकर ग्रामीण सड़कें सभी इसकी जद में हैं. प्रभावित सड़कों में से कई पर आवागमन बाधित हो चुका है. पथ निर्माण के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने बताया कि सड़कों से पानी उतरने के बाद नुकसान का आकलन करने के बाद उसकी मरम्मत की जाएगी.
बाढ़ के पानी से घिरा गांव (फाइल फोटो)

पटना. बिहार में बाढ़ का कहर जारी है, राज्य के 26 से भी ज्यादा जिले बाढ़ के चपेट में हैं. पूरे राज्य में कुल 4321 सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, नेशनल हाईवे से लेकर ग्रामीण सड़कें सभी इसकी जद में हैं. प्रभावित सड़कों में 26 जिले की 276 ग्रामीण सड़के हैं जिसमें करीब डेढ़ दर्जन नेशनल हाइवे भी हैं. वहीं बाढ़ से प्रभावित होने वाली ग्रामीण सड़कों की संख्या 4045 है. प्रभावित सड़कों में से कई पर आवागमन बाधित हो चुका है. पथ निर्माण के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने बताया कि सड़कों से पानी उतरने के बाद नुकसान का आकलन करने के बाद उसकी मरम्मत की जाएगी. 

विभाग की कोशिश है कि जैसे ही पानी का बहाव कम हो, उस सड़क पर आवागमन चालू कर दिया जाए. उन्होंने बताया कि इस दिशा में एजेंसी और विभागीय अधिकारी दिन-रात काम कर रहे हैं. अनुमानत: 200 करोड़ रुपये से अधिक इनको ठीक करने पर खर्च करना होगा. एनएच-19 पर छपरा में पानी सड़क पर आ चुका है. जबकि एनएच 28ए में चैलाहा-बेलानहर तो एनएच-104 पर सीतामढ़ी में पानी सड़क के ऊपर आ चुका है. वहीं एनएच 237ई पर अररिया में, भारत-नेपाल सीमा सड़क पर किशनगंज में, एनएच 131ए पर पूर्णिया में, एनएच-31 पर पसराहा में, एनएच-80 पर भागलपुर में पानी सड़क के ऊपर आ चुका है. इसी तरह एनएच 333ए पर भागलपुर में, एनएच 334 पर लखीसराय में, एनएच 80 पर लखीसराय में, एनएच-30 पर आरा में, जीटी रोड पर गया में, एनएच-31 पर नवादा तो एनएच-83 पर जहानाबाद में पानी सड़क के ऊपर आ चुका है.

पेयजल उपयोग शुल्क नीति को कैबिनेट में मंजूरी, अब पीने के पानी का देना होगा टैक्स

शहरी सड़क प्रभावित होने वाले जिले में मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, गोपालगंज, वैशाली, सारण, पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, अररिया, मुजफ्फरपुर, कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा, खगड़िया, भागलपुर, मुंगेर, लखीसराय, आरा, बक्सर, रोहतास, पटना, गया, नवादा व जहानाबाद शामिल हैं.

ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने कहा कि बाढ़ या अतिवृष्टि के कारण 17 अगस्त से अब तक 4045 सड़कों को नुकसान हो चुका है. इसमें से 2237 सड़कों को आवागमन के लायक बना दिया गया है. जबकि 468 सड़कों पर आवागमन शुरू करने के लिए युद्धस्तर पर कोशिश जारी है.

बिहार में बाढ़ से हालत गंभीर, मदद के लिए ओडिशा से एनडीआरएफ की तीन टीमें पहुंची

हालांकि अभी भी 1146 सड़कों पर बाढ़ का पानी लगा हुआ है. जलस्तर कम होते ही क्षतिग्रस्त सड़कों को दुरुस्त कर लिया जाएगा. विभाग ने 48 घंटे में ग्रामीण सड़कों पर यातायात बहाल करने का लक्ष्य तय किया है और इस पर काम हो रहा है. सचिव ने बताया कि इंजीनियरों की पूरी टीम लगी हुई है.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें