टीबी मरीजों को लिए सरकार का नया प्लान, अब खांसी की अवाज से होगी बीमारी की जांच
- टीबी मरीजों की जांच के लिए सरकार फील्डि एप तैयार कर रही है. जिसकी मदद से टीबी के मरीजों की जांच मलगम के बजाय खांसी के आवाज से किया जाएगा. जिसके लिए तैयारियां और सैंपल लेना शुरू कर दिया गया है.

पटना. टीबी की बीमारी की जांच अब आसान हो जाएगी. टीबी के मरीजों की जांच अब बलगम से नहीं होगी बल्कि अब उनकी खांसी से की जाएगी. इसके लिए सरकार एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने जा रही है. जिसके लिए फील्डि एप नाम से मोबाइल एप तैयार कराया जा रहा है. जिसमें कफ साउंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड सॉल्यूशन ट्रू डिटेक्ट टीबी प्रोग्राम के तहत टीबी का पता लगाने का ट्रायल शुरू किया जाएगा.
बताया जा रहा है अगर यह एप सफल हो जाता है तो टीबी मरीजों को चिन्हित करने में काफी सहूलियत हो जाएगा. साथ ही उनका इलाज भी समय से हो सकेगा. एप के ट्रायल के लिए संक्रमित रोगी, दूसरे संक्रमित के संपर्क में आए रोगी और तीसरा टीबी के लक्षण पाए गए रोगी से एप के माध्यम से 30-30 प्रश्न पूछकर उनकी आवाज रिकॉर्ड की गई है.
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एप के माध्यम से रेसोर्ट किए गए टीबी के मरीजों के ऑडियो को सेन्ट्रल टीबी डिवीजन भेजा जाएगा. इसका परीक्षण सफल होने के बाद इस एप के माध्यम से घर-घर जाकर टीबी की रोगियों की पहचना की जाएगी. रोगियों की पहचान होने के बाद उनका इलाज किया जाएगा. साथ ही ट्रीटमेंट सपोर्टर को एक हजार रुपए प्रोत्साहन राशि और टीबी मरीज को पोषण योजना के तहत 500 रुपए कोर्स पूरा करने तक दिया जाएगा.
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