वायु प्रदूषण रोकने के लिए गंगा किनारे ग्रीन बेल्ट विकसित, लगाए जाएंगे कई पेड़

Smart News Team, Last updated: Sat, 28th Aug 2021, 2:39 PM IST
  • वायु प्रदूषण को कम करने के लिए ग्रीन बेल्ट विकसित किया जाएगा है. जो हवा के प्रदूषण को कम करेगा. साल 2020-21 की रिपोर्ट के मुताबिक, पटना की हवा में गर्मी के दिनों में महीन धूलकण की अधिक मात्रा हो जाती है.
वायु प्रदूषण रोकने के लिए गंगा किनारे ग्रीन बेल्ट विकसित

पटना: पटना में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए ग्रीन बेल्ट विकसित किया जाएगा, जो हवा के प्रदूषण को कम करेगा. साल 2020-21 की रिपोर्ट के मुताबिक, पटना की हवा में गर्मी के दिनों में महीन धूलकण की अधिक मात्रा हो जाती है. इसकी वजह है सड़कों की सफाई नहीं होना और खुले में निर्माण कार्य. वायु प्रदूषण का 29 फीसदी कारण ये भी माना जा रहा है. इसके साथ ही उद्योग और ईंट भट्ठे के कारण वायु में प्रदूषण फैल रहा है. पटना के परिवेशीय वायु में उपस्थित धूलकण पर तैयार की गई रिपोर्ट का विमोचन वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री नीरज कुमार सिंह ने किया.

इस मौके पर विभाग के प्राधन सचिव दीपक कुमार सिंह भी उपस्थित रहे. मंत्री नीरज कुमार सिंह ने कहा कि राज्य में परिवेशीय वायु के सतत आकलन के लिए अलग-अलग जिलों में 24 वायु गुणवत्ता मॉनिटरिंग केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं.मंत्री नीरज कुमार सिंह ने कहा कि राज्य में परिवेशीय वायु के सततआकलन के लिए विभिन्न जिलों में 24 अतिरिक्त वायु गुणवत्ता मॉनिटरिंग केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से करीब पांच करोड़ पेड़-पौधे लगाए जा रहे हैं.

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नीम-हकीम योजना के तहत अस्पतालों में नीम का पेड़ लगाने की योजना है. इस मौके पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार घोष ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक कैरी बैग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. इस मौके पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार घोष ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक कैरी बैग पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है. शहर में वायु प्रदूषण के मुख्य कारण मिट्टी, गंदा सड़क और खुले में निर्माण कार्य को माना गया है.

क्षेत्रीय स्तर पर हॉट-स्पॉट जगहों के चिन्हित किया जाएगा. आने वाले धूलकण को रोकने के लिए ग्रीनबेल्ट विकसित किया जाएगा. निर्माण स्थलों पर साफ-सफाई, मुख्य व अन्य सड़कों की नियमित सफाई स्वच्छ ईंधन का उपयोग, इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रयोग खुली जगहों पर पौधारोपण, प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर जुर्माना लगाया जाएगा.

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