बिहार के पूर्व CM जीतनराम मांझी का बयान- हर थाने में हो SC-ST ऑफिसर की तैनाती

Smart News Team, Last updated: Sun, 25th Jul 2021, 10:47 AM IST
  • हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पार्टी के छठे स्थापना दिवस पर एक बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हर थाने में एससी-एसटी ऑफिसर की तैनाती होनी चाहिए.
जीतनराम मांझी ने कहा-सभी थानों में एससी-एसटी ऑफिसर ही समुदाय से जुड़े मामले सुलझाएं

पटना. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने अपनी पार्टी का छठा स्थापना दिवस मनाया. इसके साथ ही उन्होने इस मौके पर कहा कि हर थाने में अनुसूचित जाति एवं एक अल्पसंख्यक समुदाय एक अफसर होना चाहिए जो इन समुदाय से जुड़े सभी मामलों को देख सके. वहीं उन्होंने कहा कि राज्य में लड़कियों की तकनीकी एवं सामान्य शिक्षा फ्री होनी चाहिए. आरक्षण पर बोलते हुए मांझी ने कहा कि हर कोई आरक्षण को खत्म करने की बात करता है तो हम आरक्षण से समझौता करने के लिए भी तैयार हैं अगर देश में कामन स्कूलिंग सिस्टम लागू हो.

पार्टी के स्थापना दिवस का उद्घाटन जीतन राम मांझी ने केक काटकर किया और कार्यक्रम की अध्यक्षता दल के जिलाध्यक्ष कमलेश पासवान ने की. इस मौके पर पार्टी के कई नेता थे और उन्होंने अपने विचार भी रखे. इस मौके पर जिलाध्यक्ष कमलेश पासवान ने कहा कि पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी गरीबों के हितैषी हैं और हम गरीबों के हक में काम करके ही पार्टी को मजबूत बना सकते हैं. 

वहीं इस मौके पर उन्होंने जातीय जनगणना पर बोलते हुए कहा कि देश में जातीय जनगणना होनी चाहिए और इसके लिए हम प्रयास भी करेंगे. हम पार्टी के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने कुछ दिन पहले धर्मांतरण भी बयान दिया था. उन्होंने धर्मांतरण के पीछे कारण खुद हिंदुओं को ही बताया था. 

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मांझी ने कहा था कि धर्मांतरण करने की वजह अपने ही लोग हैं क्योंकि जब अपने घर में सम्मान नहीं मिलेगा तो लोग बाहर के घरों में जाएंगे. क्योंकि यहां भेदभाव व छुआछूत होता रहा है और होता रहेगा.फिर एक बार उन्होंने कहा कि एक बार बाबू जगजीवन राम उप प्रधानमंत्री थे और वह एक प्रसिद्ध मंदिर में गए थे मंदिर से उनके निकलने के बाद मंदिर को धोया गया था. आप इस बात से ही अंदाजा लगा सकते हैं कि यहां कितना भेदभाव है.

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