बिहार में बहार: पॉलिटेक्निक-इंजीनियरिंग के 12 हजार छात्रों को मिलेगा रोजगार

Smart News Team, Last updated: Wed, 17th Jun 2020, 3:02 PM IST
  • कोरोना संकट में पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग छात्रों के लिए खुशखबरी है। राज्य के पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग के 12 हजार छात्रों को रोजगार दिया जाएगा।
मिशन रोजगार के तहत पास आउट और अंतिम वर्ष के छात्रों को कॉलेजों से प्लेसमेंट दिया जाएगा

कोरोना संकट में पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग छात्रों के लिए खुशखबरी है। राज्य के पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग के 12 हजार छात्रों को रोजगार दिया जाएगा। बिहार राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने राज्य के सभी पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेजों को इस सिलसिले में दिशा-निर्देश जारी किया है। इसमें पास आउट और अंतिम वर्ष के छात्रों को कॉलेजों से प्लेसमेंट दिया जाएगा।

विभाग की ओर से इसके लिए कॉलेजों को हर सप्ताह वेबिनार का आयोजन करने को कहा गया है। इस वेबमिनार में छात्र और देशभर की बड़ी निजी कंपनियां शामिल होंगी। यह कंपनियां छात्रों का चयन कर रोजगार देने में मददगार साबित होंगी। इस बात की पुष्टि खुद तकनीकी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त निदेशक चंद्रशेखर सिंह ने की है।

बताया जा रहा है कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग छात्रों को रोजगार से जोड़ने के लिए स्टूडेंट प्रोजेक्ट प्रोग्राम स्किम चला रहा है। यह डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग और बीटेक इन इंजीनियरिंग फाइनल ईयर या पास आउट छात्र-छात्रों के लिए ही है। इसमें छात्रों को आमलोगों से जुड़ी समस्याओं के समाधान को प्रोजेक्ट के माध्यम से बताना होगा। यह तीन साल की योजना है।

इस योजना के तहत पहले साल 500 लोगों को इससे जोड़कर प्रोत्साहन का लाभ दिया जाएगा। विभाग ने यह योजना सामाजिक उत्थान के उद्देश्य से शुरू किया है। यहां ध्यान देने वाली बात है कि यह योजना कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु समेत अन्य प्रदेशों में पहले से चल रही है। बिहार में पहली बार शुरू किया गया है, जिसे अभी तीन साल के ट्रायल के तौर पर चलाया जाएगा। अगर यह योजना कारगर साबित होती है तो इसके आगे बढ़ाया जाएगा।

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