बिहार: PMCH में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल, OPD और इमरजेंसी सेवा ठप, ये हैं 5 मांगें

Swati Gautam, Last updated: Mon, 20th Dec 2021, 3:11 PM IST
  • पटना के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच समेत नौ बड़े सरकारी अस्पतालों में सोमवार को जूनियर डॉक्टर और एमबीबीएस के इंटर्न हड़ताल पर चले गए. जैसे बाद पीएमसीएच में ओपीडी के इमरजेंसी सेवा भी ठप रही. पांच सूत्री मांगों को लेकर जूनियर डॉक्टरों ने सरकार को चेतावनी भी दी है कि सरकार द्वारा जल्द ही कोई कार्यवाई नहीं की है तो अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी.
PMCH में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल, OPD और इमरजेंसी सेवा ठप, ये हैं 5 मांगें. file photo

पटना. पटना के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच (PMCH) में सोमवार को अस्पताल के जूनियर डॉक्टर और एमबीबीएस के इंटर्न हड़ताल पर चले गए है. पांच सूत्री मांगों को लेकर जूनियर डॉक्टरों ने सरकार को चेतावनी भी दी है कि सरकार द्वारा जल्द ही कोई कार्यवाई नहीं की है तो अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी. इतना ही नहीं हड़ताल के चलते जूनियर डॉक्टरों ने ओपीडी के साथ-साथ इमरजेंसी और सर्जरी में भी योगदान नहीं देने का भी निर्णय लिया है. जिसके बाद से सभी सरकारी अस्पतालों में काम ठप हो चुका है. हर तरफ अफरा तफरी का माहौल है. पटना के पीएमसीएच समेत दरभंगा के डीएमसीएच, मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच समेत बिहार के नौ बड़े सरकारी अस्पतालों पर इसका असर पड़ रहा है.

जूनियर डॉक्टर की इस अनिश्चितकालीन हड़ताल से बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं पर इसका काफी असर पड़ेगा. सोमवार की सुबह से ही जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने पटना के पीएमसीएच में हड़ताल शुरू कर दी थी. इस दौरान जमकर नारेबाजी भी की गई. साथ ही सरकार को चेतावनी दी गई कि जब तक पांच सूत्री मांगों को नहीं माना जाता है तब तक हम हड़ताल पर रहेंगे. पीएमसीएच में सोमवार की सुबह से सबने ओपीडी (OPD) में कार्य बाधित कर दिया है जिसके बाद से काफी मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

अब Aadhaar से जुड़ेगा Voter ID, घर बैठें ऐसे करे Link, जानें स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस

क्या है जूनियर डॉक्टरों की पांच सूत्री मांगें?

1) कोविड की दूसरी लहर में जो प्रोत्साहन राशि दी जानी थी वो अब तक नहीं मिली है, उस दिशा में पहल हो.

2) इंटर्न के स्टाइपेंड में वृद्धि की जाए.

3) बॉन्ड में स्टडी लीव के प्रावधान को नियमावली में शामिल किया जाए.

4) नीट पीजी काउंसलिंग जल्द हो, इसके लिए बिहार सरकार केंद्र सरकार से पहल करे.

5) नीट पीजी में देरी से उत्पन्न डॉक्टर की कमी को दूर करने के लिए नॉन एकेडमिक जूनियर रेजिडेंट का बहाली हो.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें