पिछले साल की तरह इस साल भी बिहार हुआ लॉक, मजदूरों को आजीविका की चिंता

पटना. कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण बिहार में पिछले साल की तरह इस साल भी लॉकडाउन लगा दिया है. हालांकि पिछले साल यह लॉकडाउन केंद्र सरकार की ओर से लगाया गया था जबकि इस साल राज्य सरकार की तरफ ने पूरे प्रदेश में 15 दिनों का लॉकडाउन लगाया है. पिछले साल भी प्रदेश में इन दिनों लॉकडाउन लगा हुआ था. लॉकडाउन लगने के साथ ही मजदूरों को उनकी आजीविका की चिंता होने लगी है.
आपको बता दें कि कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण के केंद्र सरकार ने पूरे देश में चार चरणों में लॉकडाउन लगाया था. जिसमें पहले चरण में 24 मार्च से 14 अप्रैल, दूसरा चरण में 15 से 3 मई, तीसरे चरण में 4 से 17 मई जबकि चौथे चरण में 18 से 31 मई तक लॉक डाउन लगाया गया था. इसके बाद राज्य सरकार द्वारा 16 से 31 जुलाई के लिए लॉकडाउन लगाया गया था.
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गौरतलब है कि प्रदेश में एक बार फिर लॉकडाउन लगने के कारण मजदूरों और रोज कमाने वाले लोगों के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है. मजदूरों का कहना है कि पिछले साल बड़ी मुश्किल से यह समय काटा था. अब फिर से सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया है. हालांकि सरकार ने पिछले साल प्रवासी मजदूरों और स्थानीय लोगों को राहत देने के लिए मनरेगा के तहत रोजगार दिया था. इस साल सरकार कैसे इन लोगों को राहत देती है यह देखने वाली बात होगी.
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