LJP नेता चिराग पासवान को तगड़ा सरकारी झटका, 12 जनपथ बंगला खाली करने का आदेश

Smart News Team, Last updated: Tue, 10th Aug 2021, 3:58 PM IST
  • केंद्र सरकार ने लोक जनशक्ति पार्टी (चिराग गुट) के अध्यक्ष चिराग पासवान को बड़ा झटका दे दिया है. लोजपा नेता चिराग पासवान को पिता रामविलास पासवान के नाम पर आवंटित दिल्ली का 12 जनपथ बंगला खाली करने का आदेश मिला है. दिल्ली का यह बंगला रामविलास की पहचान बन गया था जिसमें वो दशकों तक रहे.
चिराग पासवान (फाइल फ़ोटो)

पटना. लोक जनशक्ति पार्टी (चिराग गुट) के अध्यक्ष चिराग पासवान को केंद्र सरकार ने दिल्ली के सरकारी बंगला 12 जनपथ को खाली करने का नोटिस दिया है. दिल्ली के लुटियंस जोन में बना वीवीआईपी बंगला 12 जनपथ उनके पिता रामविपास पासवान के नाम पर आंवटित था. पासवान इस बंगले में काफी लंबे समय तक रहे जिस वजह से 12 जनपथ की पहचान पासवान के साथ जुड़ गई थी. अब शहरी विकास मंत्रालय के तहत आने वाले संपदा निदेशालय ने लोजपा नेता चिराग को यह बंगला खाली कराने का आदेश दिया है. 

चिराग पासवान को बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया था लेकिन चिराग ने मकान खाली करने के लिए थोड़ा और समय मांगा था. बता दें कि इस बंगले में रामविलास पासवान तीन दशक से भी ज्यादा समय से रह रहे थे. अब देखना ये है कि 30 साल बाद 12 जनपथ से पासवान परिवार की विदाई होगी या नहीं. 

बिहार: CM नीतीश को झटका, LJP चिराग पासवान गुट में शामिल हुए कई JDU नेता

चिराग पासवान खुद भी जमुई से लोकसभा सांसद हैं और उनके नाम पर सांसद कैटगरी का एक आवास पहले से नॉर्थ एवेन्यू में आवंटित है. हालांकि पिता की मृत्यु के बाद वह अपनी मां के साथ इस बंगले में रह रहे थे. अब उन्हें यह बंगला खाली करना पड़ेगा.

माना जा रहा है कि मोदी कैबिनेट में नए मंत्री बने एक नेता को यह बंगला मिलेगा. खबरों की मानें तो रामविलास पासवान के इस बंगले को उनके भाई और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस को आवंटित करने का प्रस्ताव दिया गया था लेकिन उन्होंने यह ऑफर ठुकरा दिया.

लालू बोले- चिराग ही हैं पासवान की LJP के नेता, चाहता हूं कि तेजस्वी गठबंधन करें

आठ अक्टूबर को रामविलास पासवान की पहली बरसी है और चिराग पासवान पिता की पहली बरसी तक इस बंगले में रहना चाहते हैं. इसलिए उन्होंने बंगले को खाली करने के लिए समय मांगा था और इस बारे में उन्होंने शहरी विकास मंत्री हरदीप पूरी से मुलाकात भी की थी. चिराग पासवान का बचपन भी इसी बंगला में बीता है.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें