पटना: लोजपा प्रमुख चिराग पासवान 15 फरवरी को निकालेंगे बेरोजगारी मार्च, तैयारी शुरू

Mithilesh Kumar Patel, Last updated: Sun, 6th Feb 2022, 9:21 PM IST
  • लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान 15 फरवरी को पटना की सड़कों पर बेरोजगारी विरोध मार्च निकालेंगे. इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए उन्होंने लोजपा के पार्टी पदाधिकारियों को तैयारी बनाने के लिए कह दिया है.
लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख चिराग पासवान

पटना. लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख चिराग पासवान पटना में 15 फरवरी को बेरोजगारी विरोध मार्च निकालेंगे. इसके लिए लोजपा प्रमुख ने पार्टी के पदाधिकारियों और प्रवक्ताओं को तैयारी शुरू करने को कह दिया है. जानकारी के अनुसार, इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन जेपी गोल चक्कर से लेकर पटना के राजभवन के बीच किया जाएगा. 

बता दें कि हाल ही बड़े पैमाने पर हुए आरआरबी-एनटीपीसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में लोजपा सक्रिय रूप से भागीदारी दर्ज नहीं करा पाई थी. जबकि ये आंदोलन छात्रों द्वारा आयोजित किया गया था. और छात्रों के इस आंदोलन को राज्य के बाकी बचे प्रमुख विपक्षी दल जैसे आरजेडी, कांग्रेस, वाम दल और पप्पू यादव की जेएपी ने अपना समर्थन दिया था. छात्रों के समर्थन में जीतन राम मांझी की पार्टी हम और मुकेश सहनी की पार्टी वाआईपी के लोग भी शामिल थे.

Bihar Corona New Guidelines: खुलेंगे स्कूल-कॉलेज, सरकारी दफ्तर, शादी में गेस्ट लिमिट भी बढ़ी

सूत्रों से खबर मिल रही है कि इस करीबी बैठक में चिराग पासवान ने पार्टी के प्रवक्ताओं पर अपनी नाराजगी जाहिर की है. साथ ही नौकरी के मोर्चे पर सरकार को घेरने के लिए उन्होंने अपने पार्टी प्रवक्ताओं से नीतीश सरकार की नीतियों और अब तक अमल किए गए फैसलों से जुड़े आकड़ों यानी डाटा को कलेक्ट करने का निर्देश दिया है. जानकारी मिल रही है कि इस बैठक में अपने करीबी पार्टी कार्यकर्ताओं से चिराग ने कहा है कि मौजूदा सरकार के अनियमितताओं, खामियों का पता लगाकर वहां से मिले तत्थों और गड़बड़ीयों को मीडियाकर्मियों के सामने लाकर सरकार को हर संभव उजागर करने का प्रयास करें.

चिराग पासवान ने पार्टी के सदस्यों को अफसरों के साथ बातचीत करने को कहा है, ताकि आगामी 15 फरवरी को होने जा रहे बेरोजगारी विरोध मार्च के दौरान मौजूद रहें. पटना एयरपोर्ट पर मीडिया के लोगों से बातचीत करते हुए लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार की गलत नीतियों के कारण, बिहार में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. और यहीं कारण है कि वर्तमान समय में बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार हैं और नौकरी के लिए दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं. आगे उन्होंने बताया कि वह खुद 15 फरवरी को राजधानी पटना में विरोध मार्च का नेतृत्व करेंगे. इस दौरान अगर उनके आंदोलन पर प्रशासन बल प्रयोग करेगा, तो उसका भी वह सामना करने के लिए तैयार हैं.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें