बिहार की लॉटरी लग गई, जमुई के करमटिया में देश का 44% सोना भंडार, केंद्र की मुहर

ABHINAV AZAD, Last updated: Fri, 3rd Dec 2021, 6:52 PM IST
  • बिहार के जमुई जिले के करमटिया में देश के सोने का 44 फीसदी भंडार है. राज्य में मिला यही सोना जल्द ही बिहार को इंटरनेशनल पहचान दिलाएगा.
(प्रतीकात्मक फोटो)

पटना. बिहार के जमुई के करमटिया में मिला सोने का अकूत भंडार जल्द ही राज्य को अंतराष्ट्रीय पहचान दिलाएगा. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने खनन विभाग की अनुंशसा पर अपनी मुहर लगा दी है. हाल ही में आई सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के कुल स्वर्ण भंडार का 44 प्रतिशत सोना जमुई के करमटिया के भू-गर्भ में छिपा है.

केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने के बाद सोनो प्रखंड की चुरहेत पंचायत का इलाका करमटिया चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल, तकरीबन 39 साल पहले 1982 में स्थानीय लोगों ने मिट्टी में मिले स्वर्ण कणों को संग्रहित कर स्थानीय स्वर्णकारों के पास औने-पौने भाव में बेचना शुरू कर दिया था. उसके बाद इस बात की भनक प्रशासन को लगी. प्रशासन को भनक लगने के बाद अचानक प्रशासनिक गतिविधियां तेज हो गई. जिसके बाद अंचलाधिकारी एम.वारी ने इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को दी.

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देश का 44 फीसदी सोना बिहार के इस जिले में, अब मिलेगी इंटरनेशनल पहचान

दिसंबर 1982 में भारत सरकार ने प्रशासनिक सूचना के बाद करमटिया को रिजर्व एरिया घोषित कर दिया. जिसके बाद करमटिया की मिट्टी व पत्थर के टुकड़े को रासायनिक व भौतिक जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया. जांच में उक्त मिट्टी व पत्थर के टुकड़े के नमूने में सोना पाये जाने की पुष्टि के बाद कई वर्षों तक वहां पर भू-छेदन का कार्य चलता रहा, लेकिन खनन विभाग द्वारा सीमित क्षेत्र में भू-छेदन कार्य करने की बात बताई गई. 

सोनो के अंचलाधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि भू-गर्भ में बड़े पैमाने पर सोना होने की सूचना के बाद सन 1982 में प्रशासनिक स्तर पर जो भी कार्रवाई की गई थी, वहां पर आज तक यथावत स्थिति बनी है. उन्होंने आगे कहा कि उसके बाद करमटिया क्षेत्र के सीमांकन करने या किसी प्रकार की कोई कार्रवाई करने का निर्देश प्राप्त नहीं है. अगर कोई भी निर्देश मिलता है तो त्वरित कार्रवाई की जायेगी.

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