सिस्टम से हारा ये नेशनल लेवल तैराकी बेच रहा चाय,दुकान में टंगे हैं जीते हुए मेडल

Ruchi Sharma, Last updated: Wed, 22nd Dec 2021, 12:54 PM IST
  • पटना के तैराक गोपाल प्रसाद यादव ने नेशनल लेवल पर पांच मेडल जीते हैं, लेकिन हालातों से लड़ने के लिए वह आज चाय बेचने को मजबूर है. सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीर वायरल हो रही है. तस्वीर में वे एक दुकान में चाय बेचते नजर आ रहे हैं. इन दौरान उन्होंने टी-शर्ट पहन रखी है, जिसमें तेजस्वी यादव, तेज प्रताप और लालू यादव की तस्वीर बनी हुई है.
सिस्टम से हारा ये नेशनल लेवल तैराकी आज बेच रहा चाय, दुकान में टंगे हैं जीते हुए मेडल

पटना. आज भी हमारे देश भारत में खेलों की बात की जाए तो क्रिकेट के अलावा शायद ही कोई ऐसा खेल हो जिसे खेलते हुए खिलाड़ी खुद को आर्थिक रूप से सुरक्षित रख पाने का सोच भी पाते हो. क्रिकेट को छोड़कर कई अन्य खेलों में राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व कर चुके खिलाड़ी आज ना सिर्फ गुमनामी में जी रहे हैं बल्कि अपने जीवन यापन तक के लिए संघर्ष कर रहे हैं. ऐसी ही एक खिलाड़ी की कहानियां सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.

एक तरफ जहां भारत में खेलों में सफलता के कई शिखर हासिल किए हैं तो वहीं दूसरी ओर नेशनल और इंटरनेशनल चैंपियंस का हाल बहुत बुरा हो चुका है. इनमें से ही एक हैं पटना के तैराक गोपाल प्रसाद यादव. आपको यकीन नहीं होगा गोपाल ने नेशनल लेवल पर पांच मेडल जीते हैं, लेकिन हालातों से लड़ने के लिए वह आज चाय बेचने को मजबूर है. सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीर वायरल हो रही है. तस्वीर में वे एक दुकान में चाय बेचते नजर आ रहे हैं. इन दौरान उन्होंने टी-शर्ट पहन रखी है, जिसमें तेजस्वी यादव, तेज प्रताप और लालू यादव की तस्वीर बनी हुई है.

1988 और 1989 में स्विमिंग में चैम्पियन रह चुके हैं

गोपाल 1988 और 1989 में स्विमिंग में चैम्पियन रह चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद आजतक न तो केंद्र सरकार न ही प्रदेश की सरकार ने उनकी कोई सुध ली. थक हारकर आज इस नेशलन लेवल के खिलाड़ी को मजबूरन चाय दुकान चलाकर परिवार चलाना पड़ रहा है.

 

 

सिस्टम से हारा ये नेशनल लेवल तैराकी आज बेच रहा चाय, दुकान में टंगे हैं जीते हुए मेडल

 

जीते हैं पांच मेडल

गोपाल प्रसाद के आर्थिक हालातों ने उन्हे ना सिर्फ खेल से दूर कर दिया बल्कि आज वह अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कडा संघर्ष कर रहे हैं. उन्हेंने आज तक सरकारी नौकरी नहीं मिली. जिसके चलते वे सड़क पर चाय बेचने को मजबूर हैं. उन्होंने 1988 और 1989 में तैराकी में पांच मेडल जीते थे, जो आज दुकान पर टांगकर रखते हैं.

बेटे को बढ़ाना चाहते हैं आगे

गोपाल प्रसाद का सपना है कि उनका बेटा इंटरनेशनल स्विमिंग में मेडल जीतकर देश का नाम रोशन करें. हालांकि संसाधन की कमी के कारण गोपाल को काफी निराशा भी है. पैसे की तंगी एक अभिशाप जैसी है और उसपर किसी खेल में रुचि होना और भी बड़ा अभिशाप है.

10 साल तक मोदी की ट-शर्ट पहनकर बेच रहे थे चाय

गोपाल कहते हैं कि 10 साल तक मोदी की टी-शर्ट पहनकर चाय बेची, लेकिन मेरा भाग्य वैसा का वैसा ही रहा. उनके अच्छे दिन नहीं आए. अब तेजस्वी यादव और तेज प्रताप की टी-शर्ट पहनते हैं और चाय बेचते हैं, हो सकता है कि आने वाले दिन में कहीं इनकी सरकार बनेगी तो शायद मेरे भी दिन सुधरेंगे.

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