बेरोजगारी और महंगाई के सवाल पर नीतीश बोले- नई बात नहीं, पूरे देश में यही हाल
- बेरोजगारी और महंगाई को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार से जब पत्रकारों ने सवाल पूछा तो उन्होंने कहा- इसमें हम क्या कर सकते हैं. पूरे देश में महंगाई है, ये कोई नई बात तो नहीं.
पटना: महंगाई तो देशभर में है, इसपर हम लोग क्या कर सकते हैं? ये कोई यहां की बात तो है नहीं, पूरे देश में यही हाल है. ये जवाब है बिहार के मुखिया नीतीश कुमार का जिनसे महंगाई को लेकर पत्रकारों ने सवाल पूछा था. पत्रकारों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार से सवाल पूछा था कि बिहार में गरीबों को काम नहीं मिल रहा, महंगाई इतनी बढ़ गई है, सब चीजों के दाम बढ़ गए हैं, पेट्रोल 113 रुपए लीटर हो गया है, क्या कहेंगे? इसपर मुख्यमंत्री ने बेचारगी जताते हुए सीधा सा जवाब दे दिया पूरे देश का यही हाल है..
चलिए मान लेते हैं पूरे देश में महंगाई का यही हाल है लेकिन क्या बेरोजगारी का भी यही हाल है जो हाल बिहार में है? नीतीश कुमार को सुशासन बाबू की संज्ञा दी जाती है, जेडीयू के लोग उन्हें विकास पुरुष कहते हैं लेकिन नीतीश सरकार में कितनी कंपनियां बिहार आईं? कितने लोगों को रोजगार मिला? कितने लोगों को स्वरोजगार के अवसर मिले? कितने स्कूल- कॉलेज खुले, इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
बीजेपी-जेडीयू महागठबंधन ने अपने चुनावी संकल्प पत्र में कहा था कि सरकार बनते ही वो दस लाख बेरोजगार युवाओं को नौकरी देंगे, उस वादे का क्या हुआ? कितने युवाओं को नौकरी दी गई, क्या कोई डाटा है जो बता सके कि कितने लोगों को नौकरी दी गई है? नीतीश कुमार कहते हैं महंगाई पूरे देश में हम क्या करें?
जब नीतीश कुमार से सवाल पूछा.. बिहार में गरीबों को काम नहीं मिल रहा, महंगाई इतनी बढ़ गई है, सब चीजों के दाम बढ़ गए हैं, पेट्रोल 113 रुपए लीटर हो गया है, क्या कहेंगे?
— Mukesh Singh@ANI (@Mukesh_Journo) November 1, 2021
नीतीश कुमार- इस पर हम लोग क्या कर सकते हैं? ये कोई यहां की बात तो है नहीं, पूरे देश में यही हाल है. pic.twitter.com/GYeQ8nPABh
अगर करना चाहें तो क्या नीतीश कुमार तेल पर स्टेट टैक्स कर जनता को फौरी राहत दे सकते हैं लेकिन ऐसा होगा नहीं क्योंकि पूरे देश में एक सा हाल है और कोई भी अपने खजाने में कमी करके जनता को राहत नहीं देना चाहते, वैसा ही कुछ बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ भी है. लेकिन समझना होगा कि बिहार और देश के दूसरे राज्यों में अंतर है. बिहार में गरीबी बाकी राज्यों के मुकाबले कहीं ज्यादा है. कई घरों में महंगे तेल के चलते पानी में सब्जी बनाई जा रही है. नीतीश कुमार इन बातों को भली भांति जानते हैं लेकिन फिर भी महंगाई पर मौन हैं.
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