जीतराम मांझी पर नीतीश का पलटवार, शराबबंदी संकल्प लेकर ऐसी बात करना विचित्र है

Indrajeet kumar, Last updated: Mon, 20th Dec 2021, 5:22 PM IST
  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व सीएम और हम प्रमुख जीतन राम माझी द्वारा शराबबंदी पर किये टिप्पणी के सवाल पर कहा कि लोग संकल्प लेते हैं और फिर इस तरह की बात करते हैं फिर इस तरह की बात करते हैं. ये विचित्र है. शराबबंदी के खिलाफ अगर कोई इस तरह की बातें सोचता है तो ये असंभव है. लोगों को इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए.
जीतन राम मांझी बाएं और नीतीश कुमार दायें (फाइल फोटो)

पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व सीएम और हम प्रमुख जीतन राम माझी द्वारा शराबबंदी पर किये गए टिप्पणी के सवाल पर कहा कि लोग संकल्प लेते हैं और फिर इस तरह की बात करते हैं फिर इस तरह की बात करते हैं. ये विचित्र है. नीतीश कुमार ने कहा कि लोगों को इस तरह की बातों से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के खिलाफ अगर कोई इस तरह की बातें सोचता है तो ये असंभव है. ये बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार कार्यकरम के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही.

इधर समाज सुधार अभियान को लेकर जिलों के दौरे पर पूछे सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम सभी जिलों में जाकर विकास की योजनाओं की समीक्षा करेंगे. साथ ही स्थानीय लोगों और खासकर महिलाओं से बातचीत कर जानकारी लेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों से बातचीत करने के बाद जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा. नशामुक्ति, दहेज प्रथा उन्मूलन और बाल विवाह ख़त्म करने को लेकर हमारी सरकार का समाज सुधार अभियान भी चल रहा है.

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गौरतलब है कि पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने शराबबंदी कानून के कार्यान्वयन पर लगातार सवाल उठाते आ रहे हैं. मांझी ने दो दिन पहले बेतिया में कहा था कि शराबबंदी ठीक है, लेकिन इसमें दो तरह की नीति अपनाई जा रही है. उन्होंने साफ साफ कहा था कि धनवान लोग एमपी, एमएलए, ठेकेदार, आईएएस, आईपीएस रात 10 बजे के बाद शराब पीते हैं. लेकिन शराबबंदी के आड़ में गरीबों और दलितों को पकड़कर जेल में डाला जा रहा है, वह गलत है. आधा बोतल शराब पीने पर लोगों को जेल भेजा जा रहा है जो बिल्कुल भी न्यायसंगत नहीं है. उन्होंने ये भी कहा कि सीमित मात्रा में शराब पीना गलत नहीं है.

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