बिहार के लिए वरदान साबित हुई वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना, हजारों को मिला लाभ
- प्रवासियों के लिए कोरोना काल में वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना वरदान की तरह साबित हुई है. देश में कहीं भी रहते हुए लोग अपने राशन कार्ड से राशन का लाभ उठा रहे हैं.
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पटना: कोरोना महामारी की दूसरी लहर में भारत सरकार की योजना 'वन नेशन, वन राशन कार्ड' योजना देश प्रवासी मजदूरों के लिए वरदान साबित हुई है. योजना से देश के किसी भी राज्य में रहने वाले मजदूरों को लाभ मिला है. बिहार के हजारों प्रवासी मजदूरों को 2021 में अप्रैल से जुलाई के बीच इस योजना के जरिए राशन का लाभ मिला है. बिहार के अलावा भी अन्य राज्य के प्रवासियों के लिए वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना वरदान लाभकारी सिद्ध हुई है.
शुक्रवार को राज्यसभा में केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा, कि वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना के द्वारा कोरोना महामारी की दूसरी वेब में बिहार के प्रवासी मजदूरों को अन्य राज्य में रहकर के बावजूद भी राशन मिला है. इस योजना से बिहार के 15,729 मजदूरों को राशन मिला है, जिसमें दिल्ली में रहने वाले 2,773, महाराष्ट्र में 3,073, हरियाणा में 1,838, दादर व नगर हवेली और दमन व दीव में 1,577 तथा गुजरात में 1,428 प्रवासी बिहारी मजदूरों को राशन की सुविधा मिली है.
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इन राज्य में नहीं है वन नेशन,वन राशन कार्ड योजना
वन नेशन,वन राशन कार्ड योजना से बिहार के मजूदरों ने अप्रैल के मुकाबले जुलाई के महीने में लगभग दुगुने लोगों को लाभ मिला है. लेकिन देश के कई राज्यों में अब तक यह योजना लागू नहीं की गई है. जिसमें बंगाल, छतीसगढ़ और असम के राज्य शामिल है. यहां की सरकारों ने अभी तक वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना को अपने-अपने राज्य में लागू नहीं किया है.
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