बिहार पर बनाई गई फिल्म 'समानांतर' को दुनिया भर के पर्दे पर दिखाएंगे ऑस्कर विजेता रेसूल पूकुट्टी
- बिहारियों पर बनाई गई पहली फिल्म “सामानांतर” पुरी दुनिया में छाने को तैयार है. इस फिल्म को ऑस्कर व बाफ़्टा आवर्ड विजेता रेसुल पूकुट्टी द्वारा दुनिया भर में दिखाए जाने की तैयारी है. अक्तूबर के पहले हफ्ते में होने वाले शिकागो साउथ ऐसियन फिल्म फेस्टिवल के लिए भी “सामानांतर” फिल्म को चुन लिया गया है.

पटना: जल्द ही देश भर के सिनेमाघरों में बिहार की कहानी पर्दे पर देखने को मिलेगी. बागी-2 फिल्म के लेखक नीरज कुमार मिश्रा बतौर फिल्म निर्माता व निर्देशक द्वारा बिहारियों पर बनाई गई पहली फिल्म “सामानांतर” पुरी दुनिया में छाने को तैयार है. इस फिल्म के सभी कलाकार भी बिहार के ही हैं. और साथ ही इस फिल्म की पुरी शूटिंग भी बिहार में ही किया गया है. इस फिल्म को ऑस्कर व बाफ़्टा आवर्ड विजेता रेसुल पूकुट्टी द्वारा दुनिया भर में दिखाए जाने की तैयारी है. अक्तूबर के पहले हफ्ते में होने वाले शिकागो साउथ ऐसियन फिल्म फेस्टिवल के लिए भी “सामानांतर” फिल्म को चुन लिया गया है.
निर्देशक नीरज कुमार मिश्रा ने बताया कि ऐसा पहली बार होगा जब किसी बिहारी द्वारा और बिहार में बनाई गई फिल्म को ऑस्कर विजेता द्वारा दुनियाभर में प्रस्तुत किया जाएगा. इस फिल्म की पुरी शूटिंग बिहार के सुपौल, सहरसा और बिहार – नेपाल की सीमा पर हुई है. राज्य में की गई पुरी शूटिंग के चलते इस फिल्म में बिहार के अलग -अलग खूबसूरत लोकेशन्स भी दुनिया भर के दर्शक को देखने मिलेगी.
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उन्होंने बताया कि “सामानांतर” फिल्म में चार कहानियों का सारांस है जिसमे यह दिखाया गया है की किसी भी चीज की एक्सट्रीमिटी यानि अति होने पर प्रकृति की कैसी प्रतिक्रिया होती है. इस फिल्म में पहली कहानी चाइल्ड रेप की है. जबकि दूसरी कहानी लोभ के चक्कर में फसे एक पैथोलॉजीकल लायर की है. तीसरी कहानी में एक गुस्सैल बंदे की गुस्से में अंधे हो जाने को दिखाया गया है. इस फिल्म में अलग – अलग युनीक स्टोरी को दिखाने की कोशिश की है. फिल्म में बिहार के गाँव घर बोली रहन सहन को हु -बहू दिखाने की कोशिश की गई है. उनका मानना है कि “सामानांतर” फिल्म बिहार में फिल्म मेकिंग की नई पटकथा भी लिख सकती है.
नीरज ने बताया कि बिहारियों पर बनी इस फिल्म के सभी कलाकार भी बिहारी है. इस लिहाजा से इसमें पुरी तरह बिहारी की छाप दिखेगी. साथ ही इस फिल्म के 95 प्रतिशत कलाकार ऐसे है जिन्होंने जीवन में पहली बार कैमरा का सामना किया है. इसके बावजूद पुरी फिल्म की शूटिंग एक माह में कर ली गई है. इस फिल्म में सबसे बड़ी बात यह है कि फिल्म की शूटिंग रियल टाइम में की गई है. यानि की रात के दो बजे का धुंध दिखाने के लिए इस फिल्म की शूटिंग दो बजे रात में ही की गई है. इस फिल्म में नरेंद्र कुमार, रतीश चंद्र मिश्रा, शाश्वत आनंद, आशोक कुमार वर्मा, अनुराग ठाकुर और अभिषेक वाजपेयी ने अभिनय किया है. इस फिल्म का चित्रांकन अर्चित मिश्रा और पुलकित राठी ने किया है.
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