बिहार में 90 फीसदी से अधिक कोरोना मरीज ऑक्सीजन की कमी के चलते पहुंच रहे अस्पताल

Smart News Team, Last updated: Mon, 26th Apr 2021, 4:22 PM IST
बिहार में ऑक्सीजन की कमी के चलते 90 फ़ीसदी कोरोना के मरीज अस्पतालों में पहुंच रहे हैं. ये मरीज राज्य के सभी डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल (डीसीएच) में भर्ती होने के लिए आ रहे हैं. इन सभी में दम फूलने की शिकायत पाई जा रही है.
बिहार में ऑक्सीजन की कमी के चलते 90 फ़ीसदी कोरोना के मरीज अस्पतालों में पहुंच रहे हैं.

पटना. प्रदेश में 90 फीसदी से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज ऑक्सीजन की कमी की समस्या को लेकर अस्पतालों में पहुंच रहे हैं. इन मरीजों में दम फूलने की शिकायतें अधिक मिल रही हैं. ऐसे मरीज राज्य के सभी डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल (डीसीएच) में भर्ती होने के लिए आ रहे हैं. डेडिकेटेड कोविड अस्पताल एनएमसीएच, पटना के कोविड नोडल पदाधिकारी डॉ अजय सिन्हा के मुताबिक ऑक्सीजन की कमी की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचने वाले 90 फीसदी से अधिक संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन तत्काल मिलने से जीवन रक्षा में मदद मिल रही है.

डॉ. अजय सिन्हा ने बताया कि जैसे ही कोरोना संक्रमित में दम फूलने की शिकायत होती है वैसे ही उसके ऑक्सीजन के स्तर की जांच जरूरी होती है. लोग अपने घरों में ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन के स्तर की जांच कर सकते हैं. 94 से अधिक ऑक्सीजन स्तर को बेहतर माना जाता है. 80 से 90 के बीच ऑक्सीजन स्तर है तो सतर्क होने की जरूरत है लेकिन 80 से कम ऑक्सीजन स्तर होने पर मरीज को तत्काल आईसीयू में भर्ती किये जाने की जरूरत होती है क्योंकि इसके बाद ऑक्सीजन का स्तर कम होते जाने से मरीज का जीवन खतरे में पड़ सकता है.

बिहार में कोविड मरीजों के लिए सहूलियत,सभी मेडिकल कॉलेजों में बनेंगे ऑक्सीजन टैंक

डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना संक्रमित मरीजों को एजिथ्रोमाइसिन या अन्य दवा से दस्त होने पर घबराने की जरूरत नहीं है. शरीर में दवायुक्त पानी चढ़ा कर या पेट के बल लेटने और लंबी सांस लेने से फेफड़े को राहत मिलती है और लंग्स के खुलने पर भरपूर ऑक्सीजन जाता है. स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार राज्य में करीब 15 फीसदी मरीज अस्पतालों में इलाजरत हैं. राज्य में अब तक 81 हजार 960 सक्रिय संक्रमित मरीज हैं. इनमें 85 फीसदी संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में हैं.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें