पटना के PHC में लगेंगे ऑक्सीजन वाले बेड, कोरोना मरीजों को नहीं होगा अब भटकना
- पटना के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑक्सीजन बेड लगाए जाएंगे. इसी के साथ सब-डिविजनल अस्पतालों में वेंटिलेटर की सुविधा भी होगी. कोरोना महामारी से निपटने के लिए यह फैसला लिया गया है.
पटना. बिहार की राजधानी में कोरोना से निपटने के लिए और मरीजों को असुविधा से बचाने के लिए बड़ा फैसला लिया गया है. अब पटना के सब-डिविजलन अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कम-से-कम पांच बेड ऑक्सीजन वाले लगाए जाएंगे. सब डिविजनल अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा भी दी जाएगी. मेडिकल के जरुरी उपकरणों की जानकारी देने के लिए अस्पतालों के अधीक्षक और ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर को कहा गया है.
पटनावासियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने शनिवार को मेडिकल ऑफिसरों के साथ वर्चुअल बैठक की थी. जिसमें उन्होनें यह फैसला लिया. जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि जिले में आशा कार्यकर्ताओं की संख्या लगभग 3200 है. आशा और एएनएम को पटना के सभी होम आइसोलेट कोरोना मरीजों का दैनिक ऑक्सीजन लेवल और बुखार की निगरानी के साथ कोविड किट देने का जिम्मेदारी दी गई है.
सिविल सर्जन ने जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा कि सभी आशा और एएनएम वर्कस को ऑक्सीमीटिर दिए जाएं जिससे वह होम आइसोलेट मरीजों पर निगरानी रख सकें. वहीं अगर किसी कोरोना पॉजिटिव मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है तो उसे तुरंत सब डिविजनल कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया जाएगा.
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सब-डिविजनल अस्पतालों में पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन सप्लाई की जाएगी. अस्पताल के अधीक्षकों को आदेश दिया है कि सरकार को ऑक्सीजन प्लांट लगाने को लेकर प्रस्ताव भेंजे. वहीं ग्रामीण इलाकों के सब डिविजनल अस्पताल और प्राइमरी हेल्थ सेंटर को बुनयादी जरुरतों के साथ मजबूत किया जाए. गांव के लोगों के लिए भी शहर की तरह सुविधाएं मिल सकें.
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