कोरोना में 96 फीसदी अभिभावक नहीं भेजेंगे बच्चों को स्कूल, अभी बंद रखने का फैसला

Smart News Team, Last updated: Sun, 27th Sep 2020, 1:30 PM IST
कोरोनकाल में अपने बच्चों को उनके माता-पिता स्कूल नहीं भेजना चाहते. पटना के नाॅट्रेडम एकडेमी स्कूल के कराए गए सर्वे में 96 फीसदी अभिभावकों ने और सेंट माइकल हाई स्कूल के 95 फीसदी अभिभावकों ने स्कूल बंद रखने के लिए कहा है. इसी को देखते स्कूल प्रबंधको ने इसे बंद रखने का निर्णय लिया है.
कोरोना में 96 फीसदी अभिभावक नहीं भेजेंगे बच्चों को स्कूल, अभी बंद रखने का फैसला

पटना. कोरोनकाल में अपने बच्चों को उनके माता-पिता स्कूल नहीं भेजना चाहते. सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए गाइडलाइन जारी कर साथ स्कूल खोलेने की अनुमति दी है. इसको ध्यान में रखते हुए बच्चों के अभिभावकों से फीडबैक मांगा गया. पटना के नाॅट्रेडम एकडेमी स्कूल के कराए गए सर्वे में 96 फीसदी अभिभावकों फीडबैक ‌अभिभावकों ने कहा कि वो अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे.

इसी को देखते हुए स्कूलों चलाने वाले और प्रबंधकों ने अपने-अपने स्कूल बंद ही रखेंगे. कोरोना से जब हर रोज हजारों मामले आ रहे हैं. ऐसे में बच्चों के अभिभावकों का यह चिंता स्वभाविक है. पिछले 24 घंटे में बिहार में 1203 नए कोरोना के मामले आए हैं. जिनमें से पटना जिले में 192 और मुजफ्फरपुर में 65 कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं.

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फीडबैक की बात करें तो नाॅट्रेडम एकडेमी स्कूल के कराए गए सर्वे में 96 फीसदी अभिभावकों ने स्कूल भेजने से मना किया. वहीं सेंट माइकल हाई स्कूल 95 फीसदी अभिभावकों ने स्कूल बंद रखने के लिए ही कहा है. ऐसा ही हाल दूसरे कई स्कूलों का है. ऐसे में जो स्कूल 28 सितंबर से खुलेगे वहां सिर्फ पांच से दस प्रतिशत छात्र ही रहेगे. 

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सीबीएसई स्कूल 29 सितंबर से पहले नहीं खुलेंगे क्योंकि अभी कंपार्टमेंट के पेपर चल रहे हैं. डीएवी बीएसईबी के प्राचार्य वीएस ओझा ने कहा कि स्कूल के ज्यादारतर शिक्षकों को कंपार्टमेंट के पेपर चेक करने में लगाया जा रहा है. ऐसे में डाउट क्लास के लिए स्कूल खोलना संभव नहीं है. विधानसभा चुनाव को देखते हुए भी कई 28 सितंबर से नहीं खुलेंगे. जैसा कि बांकीपुर बालिका उच्च विद्यालय की प्राचार्य मीना कुमारी ने कहा कि चुनाव की तारिख घोषित होते ही स्कूल में चुनाव से जुड़ी गतिविधि शुरू की गई है. ऐसे में इन स्कूलों में क्लास नहीं होगी. 

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