एनआरएचएम स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल, समान काम के समान वेतन की मांग

Smart News Team, Last updated: Thu, 23rd Jul 2020, 1:47 PM IST
  • बिहार में राष्ट्रीय ग्रामीण आरोग्य अभियान, एनआरएचएम के स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. उन्होंने समान काम के लिए समान वेतन की मांग की है. हड़ताल में शामिल कर्मचारियों में संविदा कर्मी के अलावा नर्स और सहायक भी हैं.
गर्दनीबाद अस्पताल के गेट पर प्रदर्शन करते एनआरएचएम स्वास्थ्य कर्मी

बिहार में राष्ट्रीय ग्रामीण आरोग्य अभियान, एनआरएचएम के तहत नियुक्त स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर हैं. एनआरएचएम के तहत कॉन्ट्रेक्ट पर नियुक्त कर्मियों ने हड़ताल शुरू की है. उनकी मांग है कि समान काम के लिए समान वेतन दिया जाए. हड़ताल गुरुवार सुबह से शुरू हुई जिसमें पहले बिहार राज्य स्वास्थ्य कॉन्ट्रेक्ट कर्मी के तहत नियुक्त कार्यरत नर्सों ने काम बंद किया. इसके बाद सभी पीएचसी और स्वास्थ्य केंद्रों पर कार्य नर्सिंग स्टाफ व सहायक काम छोड़कर हड़ताल में शामिल हो गए हैं. 

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इस हड़ताल के कारण कोरोना के टेस्टिंग और इलाज में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कुछ स्टाफ के कोरोना पॉजिटिव होने से और हड़ताल पर बैठे कर्मियों के कारण स्टाफ में कमी आई है जिससे कोरोना टेस्ट और सैंपल की जांच होने में समय लग रहा है. 

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बता दें कि बिहार राज्य संविदा आधारित स्वास्थ्य कर्मी महासंघ ने इस हड़ताल का आह्वान किया. महासंघ ने 16 सूत्री मांग रखी है. वहीं इस हड़ताल पर  बिहार राज्य संविदा आधारित स्वास्थ्य कर्मी महासंघ के पदाधिकारियों ने बताया कि ये अनिश्चितकालीन हड़ताल है और जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मान लेती वो अपनी हड़ताल जारी रखेंगे. 

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नेशनल रूरल हेल्थ मिशन, एनआरएचएम इंप्लाइज यूनियन के अनुसार संविदा कर्मियों यानी कॉन्ट्रेक्ट पर रखे गए कर्मचारियों को स्थायी कर्मचारियों के बराबर वेतन नहीं मिलता है. उन्होंने कहा कि दोनों तरह से नियुक्त हुई नर्सों और अन्य कर्मियों के वेतन अलग होते हैं. यही कारण है कि वो मांग कर रहे हैं कि समान काम के लिए समान वेतन दिया जाए चाहे वो कॉन्ट्रेक्ट पर नियुक्त कर्मचारी हों या स्थायी कर्मचारी हों.

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