एनआरएचएम स्वास्थ्य कर्मियों ने वापस ली हड़ताल, मांग पर विचार के लिए कमेटी का गठन
- बिहार में राष्ट्रीय ग्रामीण आरोग्य अभियान, एनआरएचएम के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने हड़ताल वापस ले ली है. उनकी मांगों पर कार्रवाई के लिए एक हफ्ते में कमेटी का गठन किया जाएगा और एक महीने में कार्रवाई की जाएगी.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत संविदा कर्मियों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है. स्वास्थ्य मंत्री , स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव और राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक के साथ हुई वार्ता के बाद बिहार स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ ने हड़ताल वापस लेने की घोषणा की है.
एनआरएचएम स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल, समान काम के समान वेतन की मांग
संघ के महासचिव ललन कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री ने वेतन बढ़ोतरी सहित अन्य मांगों पर कार्रवाई के लिये एक सप्ताह के अंदर कमेटी गठित करने और उन मांगो पर एक माह के अंदर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. बता दें कि समान काम का समान वेतन मांग के लिए एफार्मासिस्ट, एएनएम, प्रबंधन से जुड़े कर्मी सहित सभी संविदाकर्मी 21 से हड़ताल पर थे.
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कर्मियों का कहना था कि उनकी एक समान काम के लिए एक समान वेतन की मांग है. जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती तब तक वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे. हड़ताल के कारण स्टाफ में कमी आ गई थी. उनके हड़ताल पर जाने से कोरोना के सैम्पल एकत्र करने, पीपीई किट इत्यादि के वितरण और मरीजों के इलाज में परेशनी हो रही थी.
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वहीं एम्स के कर्मी भी हड़ताल टूटने के बाद काम पर लौट गए हैं. कहा जा रहा है कि निदेशक और अधीक्षक की चेतावनी के बाद हड़ताली कर्मी वापस लौट आए हैं. अधीक्षक और निदेशक ने हड़ताली कर्मियों को वापस लौटने के लिए नोटिस दिया था. इसमें उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने की बात कही गई थी इसके बाद कर्मी हड़ताल से लौट गए हैं.
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