भूखे परिवार का पेट भरने के लिए जिंदा रिक्शाचालक कफन पहन सड़क पर लेटा

Smart News Team, Last updated: Fri, 24th Jul 2020, 6:52 PM IST
  • बिहार में दोबारा लॉकडाउन होने के कारण रिक्शा चालक को सवारी नहीं मिल रहीं. कमाई ना होने से वो अपने परिवार का पेट नहीं भर पा रहा है. 
भूखे परिवार का पेट भरने के लिए जिंदा रिक्शाचालक कफन पहन सड़क पर लेटा

बिहार में कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है. ऐसे में सरकार ने इसपर लगाम लगाने के लिए दोबारा लॉकडाउन कर दिया है. लॉकडाउन के कारण सभी के काम फिर बंद हो गए हैं. इससे सबसे ज्यादा समस्या दिहाड़ी मजदूरों को हो रही है. इनमें रिक्शे वाले भी शामिल हैं. ये रोज का राशन अपनी प्रतिदिन की कमाई के आधार पर ही ला पाते हैं. लॉकडाउन से ऐसे ही एक रिक्शे वाले का परिवार भूख से जूझ रहा है क्योंकि कमाई ना होने से उनके घर में राशन नहीं है.

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अपने भूखे परिवार का पेट भरने के लिए इस जिंदा रिक्शाचालक ने कफन पहना और सड़क पर लेट गया. यहां तक की उसने शरीर पर फूलों की माला रखी और पास में अगरबत्ति भी जलाई. ऐसा उसने कुछ पैसे पाने के लिए किया. पटना जिले के बिहटा निवासी रिक्शा चालक रामदेव ने बताया कि वो आरा में रिक्शा चलाता है. लॉक डाउन में रिक्शे की सवारी नहीं मिलने से उसके परिवार में भूखमरी की स्थिति आ गई है.

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अपने परिवार की भूख मिटाने के लिए उसने शरीर पर कफन ओढ़ा और माला रखी. पास में अगरबत्ती भी जलाई और डिस टैंक रोड के किनारे लेट गया. उसने बताया उसे मरा समझकर वहां से निकलने वाले लोगों ने उसके ऊपर पैसे रखने शुरू कर दिए. इस तरह उसने अपने परिवार का पेट भरने के लिए कुछ पैसे इकट्ठे किए. रामदेव ने बताया कि उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि पैसे ना होने से वो राशन नहीं ले पा रहा था और अब पहले लॉक डाउन की तरह कहीं से खाना भी नहीं बांटा जा रहा है. 

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