शव का VIDEO वायरल होने व सेंट्रल टीम की फीडबैक पर एक्शन, NMCH के अधीक्षक हटाए गए

Smart News Team, Last updated: Wed, 22nd Jul 2020, 9:36 AM IST
  • बिहार के पहले डिडिकेटेड कोविड-19 अस्पताल एनएमसीएच यानी नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) के आईसीयू में रिपोर्ट के इंतजार में कई घंटों तक संदिग्ध मरीज के शव पड़े रहने के मामले में अब जाकर एक्शन हुआ है।
एनएमसीएच के अधीक्षक हटाये गए, केंद्रीय टीम के निरीक्षण के बाद हुई कार्रवाई, वीडियो हुआ था वायरल

बिहार में कोरोना वायरस का कहर जारी है और अस्पताल प्रशासन की नाकामियां भी सामने आ रही हैं। बिहार के पहले डिडिकेटेड कोविड-19 अस्पताल एनएमसीएच यानी नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) के आईसीयू में रिपोर्ट के इंतजार में कई घंटों तक संदिग्ध मरीज के शव पड़े रहने के मामले में अब जाकर एक्शन हुआ है। डिडिकेटेड कोविड-19 अस्पताल एनएमसीएच यानी नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच), पटना के अधीक्षक डॉ निर्मल कुमार सिन्हा को प्रशासनिक कारणों से अधीक्षक पड़ से हटा दिया गया। उनकी जगह पर उसी अस्पताल के शिशु रोग विभाग के प्राध्यापक डॉ. बिनोद कुमार सिंह को अधीक्षक पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

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स्वास्थ्य विभाग के अवर सचिव विवेकानंद ठाकुर ने मंगलवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि तत्काल प्रभाव से डॉ निर्मल कुमार सिन्हा अपना प्रभार डॉ बिनोद कुमार सिंह को सौंप दें। माना जा रहा है कि शव के पड़े रहने और केंद्रीय टीम की नाराजगी के बाद राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है।

दरअसल, केंद्रीय टीम ने एनएमसीएच का मुआयना किया था और वहां व्याप्त कुव्यवस्थाओं को लेकर सरकार को फीडबैक दिया था कि यह अस्पताल कोविड-19 पर काबू पाने में नाकाम साबित हो रही है। यही वजह है कि इसके बाद राज्य सरकार ने वर्तमान अधीक्षक को हटाने का निर्देश दिया।

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गौरतलब है कि बीते दिनों एनएमसीएच में कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट के इंतजार में एक संदिग्ध मरीज का शव घंटों पड़ा रहा। इस अव्यवस्था को लेकर वहां भर्ती दूसरे मरीजों और उनके अभिभावकों ने आक्रोश जताया था और किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया था। इसके वायरल होने के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया था।

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