संक्रमित लोको पायलट ने पटना एम्स में की खुदकुशी, मरने के बाद रिपोर्ट निगेटिव
- पटना में भी ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। कोरोना संक्रमित रेलवे के लोको पायलट शम्स तरबेज (35) ने सोमवार की दोपहर तीन बजे पटना एम्स के कोविड वार्ड के एक कमरे में बैंडेज का फंदा बनाकर पंखे से झूल गया। आत्महत्या करने वाला युवक खगौल के मोतीचौक के कच्ची तालाब का रहने वाला था।

कोरोना वायरस संकट के दौर में कोविड-19 को लेकर दहशत का इस कदर माहौल है कि लोग इसकी वजह से अपनी जीवनलीला ही समाप्त करने पर आतुर हैं। यह जानते हुए भी कि कोरोना वायरस ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बेहतर और इसका डेथ रेट कम है फिर भी कोरोना संक्रमित मरीज आत्महत्या कर ले रहे हैं। पटना में भी ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। कोरोना संक्रमित रेलवे के लोको पायलट शम्स तरबेज (35) ने सोमवार की दोपहर तीन बजे पटना एम्स के कोविड वार्ड के एक कमरे में बैंडेज का फंदा बनाकर पंखे से झूल गया। आत्महत्या करने वाला युवक खगौल के मोतीचौक के कच्ची तालाब का रहने वाला था।
एम्स के अस्पताल अधीक्षक डॉ़ सीएम सिंह ने बताया कि तरबेज पांचवे तल्ले पर कोविड वार्ड में 12 जून को भर्ती हुआ था। इस वार्ड में 20 से 22 मरीज कोरोना के भर्ती हैं। जांच में पता चला कि तरबेज वार्ड में ही टहल रहा था। इसके बाद वार्ड के एक कमरे में चला गया। इसके बाद कमरे को एम्स के स्टाफ ने खोलने का प्रयास किया, लेकिन अंदर से बंद था। फिर वार्ड बाउंसर को बुलाकर दरवाजे को तोड़ा गया तो वह कमरे में पंखे में फंदा से झूलता मिला। इसके बाद इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई। मृतक के चचेरे भाई ने बताया कि हमलोगों का कोई आरोप नहीं है, लेकिन क्यों फंदा लगाया यह भी पता नहीं चल सका है, जबकि दोपहर 2.20 बजे तक उसने अपने बड़े भाई से बात की थी। तरबेज दिल्ली में सहायक लोको पायलट था। 11 जून को बीमार पड़ने पर छुट्टी ली थी। 12 को फ्लाइट से पटना आया और एम्स में जांच कराया, जहां वह पॉजिटिव पाया गया था।
2009 में हुई थी नौकरी
शम्स तरबेज की 2009 में लोको पायलट को नौकरी हुई थी। सात वर्ष पूर्व शादी हुई थी। उसको एक वर्ष की एक बच्ची भी है। फुलवारीशरीफ थानाध्यक्ष रफिकुर रहमान ने बताया कि परिजनों ने कोई आरोप नहीं लगाया है। यूडी केस दर्ज किया जाएगा। मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
शाम में रिपोर्ट आई थी निगेटिव
पटना एम्स के नोडल पदाधिकारी डॉ़ संजीव कुमार ने बताया कि युवक का सैम्पल लिया गया था। शाम को रिपोर्ट निगेटिव आयी। मंगलवार को छुट्टी देनी थी, लेकिन उसने पहले ही आत्महत्या कर ली। आत्महत्या क्यों की, इसका कोई कारण पता नहीं चला है।
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