पटना: लॉकडाउन में बज गया बैंड के कारोबार का बाजा, सब्जी बेचने पर मजबूर लोग

Smart News Team, Last updated: Sat, 13th Jun 2020, 12:02 PM IST
  • लॉकडाउन में शादियां तो डिजिटल हो गईं लेकिन बैंड-बाजा का काम ठप हो गया। हालात ऐसे हैं कि इस कारोबार से जुड़े लोग पेट पालने के लिए फल-सब्जियां बेचने को मजबूर हैं।
कोरोना काल में थम गया है बैंड-बाजा का कारोबार।

पटना. कोरोना लॉकडाउन में शादियां तो डिजिटल हो गईं लेकिन बैंड-बाजा का काम ठप हो गया। अनलॉक 1 होने के बावजूद हालात ऐसे हो गए कि इस कारोबार से जुड़े लोग पेट पालने के लिए फल-सब्जियां बेचने को मजबूर हैं। राजधानी में इस कारोबार से जुड़े हजारों लोग हैं जिन्हें लॉकडाउन के बाद सही से दो जून की रोटी भी नसीब नहीं हो पा रही। वहीं जो बड़े कारोबारी हैं वे बाजार की दुकानों का किराया तक नहीं भर पा रहे।

गौरतलब है कि बैंड बाजा के काम से जुड़े करीब 60 फीसदी कर्मचारी जैसे लाइटमैन, सिंगर, बैंड बाजा बजाने वाले लोग फल और सब्जियां बेचने पर मजबूर हैं जबकि कई लोगों को तो इतना भी काम नहीं मिल पा रहा। ड्रम मास्टर रामदास इस संबंध में कहते हैं कि वे लगन में ही कमाते थे जिससे परिवार चलता था लेकिन इस बार कोई काम नहीं मिल रहा है। इसलिए घर चलाने के लिए ठेले पर सब्जियां बेचने पड़ रही हैं।

छह महीने की कमाई से चलता है साल भर का खर्चा

दरअसल, साल के करीब छह महीने शादी विवाह के लगन से इनका व्यापार चलता है, जिसमें पहला लगन लाकडाउन के भेंट चढ़ गया। अब जिन ग्राहकों ने एडवांस बुक कराया था वे भी पैसे वापस मांग रहे हैं। कुछ लोग जिन्होंने शादी की तारीख इस लगन में बढ़ाई है, वे अब बैंड नहीं लाना चाहते हैं इसलिए कारोबारियों को घाटा सहना पड़ रहा है।

कोरोना काल में इनकम बंद होने के बाद भी बैंड कारोबारियों को कैटरिंग से लेकर दुकान और गोदाम का किराया, बिजली बिल पेमेंट करना पड़ रहा है। बैंड कारोबारी मो.सहुदउद्दीन कहते हैं कि कच्चा व्यवसाय होने को कारण फायदा-नुकसान लगा रहता है लेकिन लॉकडाउन ने कमर तोड़ दी है। टेंडर वाले पैसा मांग रहे हैं जबकि उनके पास लोन के किश्त भरने तक के पैसे नहीं बचे हैं। 

फ्लावर डेकोरेशन का काम भी प्रभावित

लॉकडाउन की वजह से डेकोरेशन वालों का कारोबार भी मंदा है। पिछले कुछ सालों से पंडाल से लेकर स्टेज सजाने के लिए ओरिजनल फ्लावर डेकोरेशन का कोरोबार गुलजार था जो लाकडाउन ने तहस नहस कर दिया। कोलकाता और दिल्ली फूल आते थे जो अभी रूट बंद होने के कारण नहीं आ पा रहे हैं। इसलिए डेकोरेशन वाले भी काफी संकट से जूझ रहे हैं। अनलॉक 1 में जिनकी शादियां हो रही वे सभी आर्टिफिशियल फूल से स्टेज का डेकोरेशन करवा रहे हैं।

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