किसान के बेटे की UPSC परीक्षा में 452वीं रैंक, नौकरी छोड़ की जी-तोड़ मेहनत

Smart News Team, Last updated: Tue, 4th Aug 2020, 9:37 PM IST
पटना के किसान अभिमन्यु के बेटे अभिषेक को यूपीएससी परीक्षा 2019 में 452वीं रैंक मिली है. अभिषेक ने स्कूली शिक्षा गांव में रहकर पूरी की है.
किसान के बेटे ने यूपीएससी परीक्षा में 452वीं रैंक पाई.

यूपीएससी 2019 में पटना के किसान के बेटे 452वीं रैंक मिली है. अभिषेक के पिता अभिमन्यु कुमार खेतिहर हैं. पटना ब्लॉक खुसरूपुर के ग्राम जगमाल बीघा के निवासी अभिषेक ने तीसरे प्रयास में यूपीएससी की सिविल सर्विसेज परीक्षा में सफलता प्राप्त की है. अभिषेक कुमार ने स्कूली शिक्षा गांव में रहकर ही पूरी की है. ग्रेजुएशन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग 2016 में पूरी की. इसके बाद बेंगलुरु में विप्रो कंपनी में प्रोजेक्ट इंजीनियर के तौर पर काम किया है. 

अभिषेक ने बताया कि 2018 में नौकरी को छोड़कर तैयारी करने के लिए वह दिल्ली चले गए. छात्रों को संदेश देते हुए उन्होनें कहा कि जिंदगी में एक लक्ष्य निर्धानिरत करें और उसे पाने के लिए कठिन परिश्रम करते रहें. 

पटना: बफर जोन वालों को राहत, कोरोना वायरस के नियमों के साथ खुलेंगी सभी दुकानें

पटना के प्रियांक किशोर ने साबित कर दिया है कि जहां चाह है वहां राह भी है. 2019 के सिविल सर्विसेज की परीक्षा में प्रियांक ने 61वीं रैंक प्राप्त की है. 2019 में दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होनें पहली बार सिविल सर्विसेज की परीक्षा दी थी जिसमें उन्हें 274वीं रैंक मिली थी. 

प्रियांक में भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने का ऐसा जुनून था कि उन्होनें इस वर्ष फिर परीक्षा दी थी और प्रियांक सफल रहे. इन दिनों वह शिमला में ट्रेनिंग ले रहे हैं. 2012 में डीएवी सांमली, रांची से 10वीं और 2014 में प्लस टू करने के बाद वह ग्रेजुएशन के लिए दिल्ली चले गए थे. 

पटना में कोरोना वायरस का कहर, मंगलवार को 393 नए संक्रमित मामले

प्रियांक के पिता कमल किशोर हजारीबाग सदर में डीएसपी हैं. मां गृहिणी हैं और भाई प्रांजल किशोर सुप्रीम कोर्ट में वकील है. प्रियांक ने बताया कि उनका बैकग्राउंड इकनॉमिक्स का रहा है इसलिए वह इंडियन इकनॉमिक्स में काम करना चाहते हैं. कृषि आदि क्षेत्र में भारतीय इकनॉमी को बढ़ावा मिले वह रोजगार क्षेत्र में भी काम करना चाहते हैं.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें