सावधानः पटना में नौ हजार मैनहोल जानलेवा, नगर निगम ने निजी एजेंसी से कराया सर्वे

Sumit Rajak, Last updated: Wed, 2nd Mar 2022, 10:49 AM IST
  • पटना में नौ हजार मैनहोल जानलेवा है.इसमें साढ़े चार हजार मैनहोल के ढक्कन ही नहीं हैं तो साढे हजार के ढक्कन टूटे हैं.यह खुलासा पटना नगर निगम के सर्वे में हुआ है. पुरी तरह से खुले और टूटे हुए मैनहोल के कारण निगम क्षेत्र में 9 हजार ऐसे प्वाइंटर बन गए हैं, जहां बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बढ़ गई है.
फाइल फोटो

पटना. पटना में नौ हजार मैनहोल जानलेवा है.इसमें साढ़े चार हजार मैनहोल के ढक्कन ही नहीं हैं तो साढे हजार के ढक्कन टूटे हैं.यह खुलासा पटना नगर निगम के सर्वे में हुआ है. नगर निगम ने सभी 75 वार्डों की सड़कों पर बने मैनहोल की स्थिति पर निजी एजेंसी से एक सर्वे कराया है. इसकी सच्चाई चौंकाने वाली है.निगम के सभी  75 वार्डों में कुल 77 हजार  490 मैनहोल और कैचपीठ हैं. सर्वें  के अनुसार नगर निगम के अधीन सड़को और गलियों में 46 हजार मैनहोल ठीक हैं . 22 हजार मध्यम स्थिति में है. 4500 मैनहोल के ढक्कन टूटे है. 4500 मैनहोल पुरी तरह से खराब हैं. 

वार्ड 47 के पार्षद सतीश गुप्ता  ने बताया कि उनके वार्ड में 50 मैनहोल खुले है जो मौत को दावत दे रहा हैं. दस बार से अघिक बांकीपुर अंचल के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिख चूके है. बावजूद इसके कोई कार्रवाई  नहीं हुई. इस मामले को निगम बोर्ड की  बैठक में भी उठाया और नगर आयूक्त  से इसकी शिकायत  की है.  वार्ड 47 के महावीर नगर रोड में खुले मैनहोल  में 26 फऱवरी को एक महिला के गिरने से उसका सिर फूट गया. महिला को अस्पताल में  भर्ती कराया गया. आसपास  के लोगों ने किसी तरह उसकी जान बचाई .वहीं बाजार समिति मुख्य सड़क के चौराहे पर 26 फऱवरी को एक बाइक का चक्का खुले मैनहोल में चला गया. इससे बाइक सवार गिर गया. उसे चोटें आई.

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पीडब्ल्यूडी की सड़क पर भी ऐसे ही हालत

इनमें से उन सड़कों पर बने मैनहोल शामिल नहीं है, जो पथ निर्माण के अधीन है. बेली रोड, गोला रोड और अशोक पथ पर बने मैलहोल की मरम्मत पथ निर्माण करता है. पीरबहोर थाने के सामने कई मैनहोल के ढक्कन नहीं है. पीडब्ल्यूडी के अधीन अन्य कई सड़कों पर भी ढक्कन नहीं है.

आए दिन शहर के विभिन्न भागों में बाइक सवार खुले मैनहोल में गिर कर घायल हो रहे हैं. इसके बावजुद नगर निगम और संबंधित प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता आंखें बंद किए हुए हैं. पूरी तरह से खुले और टूटे हुए मैनहोल के कारण निगम क्षेत्र में 9 हजार ऐसे प्वाइंटर बन गए हैं, जहां बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बढ़ गई है.

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