मोदी सरकार ने बनाई नेशनल ट्रांसजेंडर काउंसिल, पटना की रेशमा परिषद की मेंबर बनीं

Smart News Team, Last updated: Sat, 22nd Aug 2020, 7:40 PM IST
  • पिछले 8 सालों से ट्रांसजेंडर्स मुद्दों पर काम करने वाली नाच बाजा डॉट कॉम वेबसाइट की रेशमा प्रसाद राष्ट्रीय ट्रांसजेंडर परिषद की सदस्य बनी है.रेशमा का बिहार में दोस्ताना सफर नाम से एक एनजीओ भी है.
  3 साल पहले बिहार के उद्योग विभाग में पटना की ट्रांसजेंडर रेशमा प्रसाद के एनजीओ 'दोस्ताना सफर' को 'नाच बाजा डॉट कॉम' नाम से अपना स्टार्टअप चलाने के लिए 10 लाख का अनुदान भी दिया था.

पटना. पटना की रेशमा प्रसाद राष्ट्रीय ट्रांसजेंडर परिषद की सदस्य बनी है. काउंसिल - ट्रांसजेंडर पर्सन्स (प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स) एक्ट, 2019 के तहत भारत की पहली और गठित शुक्रवार की देर रात जारी गजट नोटिफिकेशन में घोषित की गई.

राष्ट्रीय ट्रांसजेंडर परिषद का गठन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ओर से संसद द्वारा पारित एक्ट के अंतर्गत हुआ है.परिषद की सदस्यता में देश भर से 9 लोगों का चयन हुआ है. इसमें पटना की समाजसेवी रेशमा प्रसाद को भी मौका दिया गया है.रेशमा पिछले 8 साल से ट्रांसजेंडर मुद्दों पर काम कर रही हैं. सुप्रीम कोर्ट से ट्रांसजेंडर को अधिकार दिलाने और बिहार में किन्नर महोत्सव कराने का श्रेय रेशमा को ही दिया जाता है.

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      काउंसिल - ट्रांसजेंडर पर्सन्स (प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स) एक्ट, 2019 के तहत भारत की पहली और गठित शुक्रवार की देर रात जारी गजट नोटिफिकेशन में घोषित की गई. केंद्र ने केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री के नेतृत्व वाले ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए राष्ट्रीय परिषद का गठन किया है और इसमें 10 केंद्रीय विभागों, पांच राज्यों और समुदाय के सदस्यों के प्रतिनिधि शामिल हैं. राष्ट्रीय ट्रांसजेंडर परिषद का गठन ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए किया गया है. परिषद केंद्र सरकार को सलाह देगी व साथ ही ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के संबंध में नीतियों कानूनों व परियोजनाओं के प्रभावी निगरानी भी करेगी.

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रेशमा प्रसाद दोस्ताना सफर नाम से बिहार में एक एनजीओ चलाती हैं. उनकी नाच बाजा डॉट कॉम नाम की एक वेबसाइट भी है जिसे 3 साल पहले बिहार के उद्योग विभाग ने स्टार्टअप चलाने के लिए 10 लाख का अनुदान भी दिया था. इस वेबसाइट के माध्यम से देशभर के लोग अपने यहां शादी-विवाह, जन्मदिन, गोद भराई जैसे घरेलू उत्सवों के लिए ट्रांसजेंडर समुदाय से सीधे संपर्क कर लेते हैं. लोग अपने कार्यक्रमों की ऐप के जरिए ऑनलाइन बुकिंग कर लेते हैं. इन कार्यक्रमों के जरिए होने वाली कमाई में से 100 रुपये वेबसाइट के लिए दे दिए जाते हैं. दिल्ली में आयोजित स्टार्टअप एक्सपो 2019 में 400 स्टॉलों के बीच रेशमा ने अपने स्टार्टअप से निवेशकों को आश्चर्यचकित कर दिया था.

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उनका यह स्टार्टअप ट्रांसजेंडर समुदायों के सम्मान पूर्वक जीवन जीने में सहायक बन रहा है. रेशमा अपने स्टार्टअप के जरिए विदेशों तक अपने समुदाय के लोगों के साथ इस बिजनेस का अनुभव साझा करना चाहती है. वर्तमान में इस स्टार्टअप से बिहार, उत्तर प्रदेश ,दिल्ली और दक्षिणी राज्यों के शास्त्री गायक, नृत्यांगना और वाद्य यंत्र बजाने वाले ट्रांसजेंडर जुड़े हैं, जहाँ वे अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं.इस वेबसाइट के माध्यम से उन्हें सैकड़ों उत्सवों तक सीधे पहुंच का अवसर मिल रहा है.

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