पुलिस पर आरोप- कैदी की पिटाई कर PMCH में कराया भर्ती, मौत पर परिजनों ने किया चक्का जाम
- पटना में एक कैदी को बेरहमी से पीटने, तबीयत बिगड़ने पर पीएमसीएच में भर्ती कराने और इलाज के दौरान उसकी मौत होने पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों ने पटना पुलिस पर आरोप लगाया कि कैदी की गिरफ्तारी के बाद जेल में उसकी बेरहमी से पिटाई की गई. फिर तबीयत बिगड़ने पर उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया जहां उसने दम तोड़ दिया.
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पटना: पटना पुलिस पर कैदी को पीटने और तबियत बिगड़ने पर पीएमसीएच भर्ती कराने का आरोप लगा है. कैदी (अशोक मांझी) के परिजनों का कहना है कि पटना पुलिस ने कैदी की गिरफ्तारी के बाद उसकी बेरहमी से पिटाई की. जब उसकी तबियत बिगड़ने लगी तो पीएमसीएच में भर्ती करा दिया गया. जहां उसकी मौत हो गयी. वहीं परिजनों ने आरोप लगाया कि जब वे अस्पताल पहुंचे तो उनपर पुलिसवालों ने दबाव बनाया कि कैदी की मौत बीमारी से हुई है, ये लिख कर दें. जबकि पुलिस ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है. इधर परिजनों ने कैदी की मौत पर जमकर बवाल काटा. उन्होंने करीब 4 घन्टे तक धनरुआ में दो जगहों पर सड़क जाम कर दिया.
फुलवारी जेल अधीक्षक लाल बाबू ने बताया, " धनरुआ थाना के सांडा गांव निवासी अशोक मांझी को शराब मामले में वर्ष 2017 को धनरुआ थाने की पुलिस गिरफ्तार करने गई थी. पकड़े जाने के दौरान वह पुलिस जिप्सी से कूद कर भाग गया था. पिछले चार साल से वह फरार था. बीते 15 फरवरी की रात धनरुआ पुलिस ने उसे घर से गिरफ्तार कर 16 फरवरी को फुलवारी जेल भेज दिया. "फुलवारी जेल अधीक्षक लाल बाबू ने बताया, " जेल में आने के बाद अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई. पहले उसे जेल हॉस्पिटल में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया. हालत में सुधार नहीं होने पर आनन-फानन में उसे इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया. बाद में शनिवार की रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई."
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हालांकि, परिवार वाले इससे पूरी तरह से इनकार कर रहे हैं. उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद इतनी बेरहमी से पिटाई की कि उसकी तबीयत बिगड़ गई और फिर पीएमसीएच में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. बता दें कि परिजनों ने कैदी अशोक मांझी की मौत पर धनरुआ में दो जगह सड़क जाम कर प्रदर्शन किया हंगामा. बाद में इसकी सूचना जब ग्रामीणों को मिली तो उन्होंने धनरुआ में पटना-गया मुख्य मार्ग स्थित धनरुआ थाना के चनाकी मोड़ के पास और धनरुआ बाजार में सड़क जाम कर दिया और हंगामा शुरू कर दिया. ग्रामीणों ने मृतक के परिजनों को 20 लाख रुपये मुआवजा, परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी और दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की मांग कर रहे थे.
विधायक ने परिजनों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त करवाया
वहीं सड़क जाम की सूचना पर फुलवारीशरीफ के विधायक गोपाल रविदास, पंसस राजकिशोर प्रसाद, मुखिया प्रतिनिधि डब्ल्यू कुमार, मसौढ़ी के एएसपी वैभव शर्मा, धनरुआ सीओ ऋषि कुमार सहित छह थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया.
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