कोरोना से ये कैसी लड़ाई? 3 दिन तक अस्पतालों का चक्कर लगा जिंदगी की जंग हार गया
- यह घटना पटना की है, जहां अस्पतालों का चक्कर लगाते-लगाते विनोद कुमार नामक एक कोरोना संदिग्ध की मौत हो गई।

बिहार में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग किस तरह से लड़ी जा रही है इसका अंदाजा इसी घटना से लगाया जा सकता है कि एक कोरोना संदिग्द तीन दिन तक अस्पतालों का चक्कर लगाता है, मगर उसे एडमिट करने की बजाय बार-बार लौटा दिया जाता है और अंत में जाकर वह दम ही तोड़ देता है। दरअसल, यह घटना पटना की है, जहां अस्पतालों का चक्कर लगाते-लगाते विनोद कुमार नामक एक कोरोना संदिग्ध की मौत हो गई।
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बताया जा रहा है कि रुकनपुरा निवासी मृतक विनोद पिछले 3 दिनों से कोरोना की जांच के लिए न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल, पाटलिपुत्र अशोक और एनएमसीएच का चक्कर लगा रहा था। मगर इसे बार-बार लौटा दिया गया। पिछले 3 दिनों से मृतक विनोद को बुखार भी था।
हालांकि, तीन दिन की मशक्कत के बाद मृतक विनोद को गार्डिनर रोड अस्पताल ने कल (शनिवार) जांच कराने के लिए बुलाया था, मगर आज सुबह 4:00 बजे ही इस ने दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद से ही परिजनों में आक्रोश है।
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परिजन और मुहल्ले को लोग सड़क जाम कर रहे हैं और परिवार के लोग अब मुआवजे की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि मृतक विनोद के इलाज और जांच में लापरवाही बरतने के कारण कोरोना वायरस से जान गई है। हालांकि, रुकनपुरा में सड़क जाम करने की सूचना पुलिस ने कंट्रोल रूम को दे दी है।
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