पटना: संजय गांधी जैविक उद्यान में मादा जिराफ ने दिया शिशु को जन्म, बढ़ी जू की रौनक
- पटना जु में नर जिराफ भीमा और मादा शांति ने शिशु जिराफ को जन्म दिया. जिसके बाद से ही पूरे जू में रौनक बढ़ गई है. शिशु जिराफ के जन्म होने के बाद से पटना जू में अब जिराफ की संख्या भी बढ़कर 6 हो गई है. ये संख्या देश में सिर्फ मैसूर के पास है.

पटना: पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान में मादा जिराफ ने शनिवार की सुबह एक शिशु को जन्म दिया. पटना जु में नर जिराफ भीमा और मादा शांति ने शिशु जिराफ को जन्म दिया. जिसके बाद से ही पूरे जू में रौनक बढ़ गई है. संजय गांधी जैविक उद्यान में काम करने वाले लोग भी केज के बाहर एक टक लगाकर माता जिराफ और शिशु जिराफ को एक साथ देख कर खुश हो रहे हैं. वही पटना जू में शिशु जिराफ का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. शिशु जिराफ के जन्म होने के बाद से पटना जू में अब जिराफ की संख्या भी बढ़कर 6 हो गई है. ये संख्या देश में सिर्फ मैसूर के पास है.
मादा जिराफ शांति अमेरिका से आई है
बता दें कि देश में मैसूर चिड़ियाघर में सबसे अधिक छह जिराफ हैं. पटना जू जिराफ की संख्या के मामले में अब मैसूर जू के बराबर हो गया है. जू में 12 जुलाई 2006 को अमेरिका के सेंट डियागो जू से तीन शिशु जिराफ गिफ्ट में मिले थे. इनमें दो मादा सृष्टि, शांति और एक नर विकास जिराफ आया था. इसमें सृष्टि और विकास की मौत पटना जू में हो गई. शांति अकेली बची थी. चिड़ियाघर में नर जिराफ की मृत्यु के बाद प्रजनन पर ब्रेक लग गया था. मैसूर जू से भीमा नामक नर जिराफ लाने के बाद पुन: प्रजनन शुरू हुआ है. इसके बाद लगातार इनकी संख्या बढ़ रही है.
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केज में उछल कूद रही शिशु जिराफ
वहीं जिराफ शिशु के जन्म लेने से वन्य प्रेमियों में खुशी की लहर है. शिशु मां का दूध पीने लगी है. ये देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ भी जू में जुट रही है. वहीं वहां काम करने वाले लोग भी केज के बाहर से ही शिशु जिराफ को दूध पीता देख रहे हैं. वहीं शिशु जिराफ भी अपनी मां के साथ केज में उछल-कूद कर रही है. शिशु जैविक उद्यान में आकर्षण का केंद्र बना हुआ हैं. संजय गांधी जैविक उद्यान जिराफ प्रजनन में रिकॉर्ड की ओर अग्रसर है. जू में अफ्रीकी नस्ल के जिराफ हैं.
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