पटना: दो पहिया वाहन वाले सावधान! 80 रुपए बचाने के चक्कर में गंवा देंगे 10 हजार, जानें

Anurag Gupta1, Last updated: Tue, 14th Dec 2021, 12:41 PM IST
  • पटना में प्रदूषण के रोकथाम के लिए चल रही कड़ी वाहन चेकिंग. पिछले 15 दिनों में पटना में 115 वाहनों का चालान किया गया है. वाहन छोटा हो या बड़ा जुर्माना एक दस हजार रूपए.
प्रदूषण पर रोकथाम के लिए प्रदूषण सर्टिफिकेट का चेकिंग करती पटना पुलिस (फाइल फोटो)

पटना. पटना की हवा भी दिन प्रतिदिन प्रदूषित होती जा रही है. जिस पर काबू के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है. इसलिए अब धुआं उगलने वाले वाहनों पर सख्ती करने जा रहा है. पिछले 15 दिनों में पटना में 115 वाहनों का चालान किया गया है. जिससे 11 लाख 50 हजार रूपए का जुर्माना वसूला गया है. इन गाड़ियों के पास फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं था.

बता दें चालान किए गए वाहनों में 69 दो पहिया वाहन थे. जबकि दो पहिया वाहन का प्रदूषण सर्टिफिकेट मात्र 80 रूपए में बनता है. सबसे ज्यादा जुर्माना डाकबंगला के पास चेकिंग के दौरान वसूला गया. चेकिंग के दौरान कई लोग पुलिस को देखकर भागते हुए भी नजर आए. जो जहां जगह पाया वो वहां चला गया.

बिहार सरकार बनकर रांची में घूम रही थी स्कॉर्पियो, अवैध नेम प्लेट वाली 17 गाड़ियों का चालान

कितना रूपए लगता है प्रदूषण सर्टिफिकेट का:

परिवहन विभाग के अनुसार मोटरसाइकिल का 80 रुपये

कार का 142 रुपये

ट्रक का 590 रुपये

मीडियम मोटर वाहन 200

मोबाइल वैन से की जा रही प्रदूषण जांच:

जिला परिवहन पदाधिकारी श्रीप्रकाश बताते हैं कि 24 नवंबर से राजधानी में प्रदूषण जांच के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. पांच जगहों पर मोबाइल वैन से घूम-घूमकर प्रदूषण जांच की जा रही है.

दस हजार का है जुर्माना:

गाडी चाहे छोटी हो या बड़ी जुर्माने की राशि दस हजार ही है. जबकि प्रदूषण सर्टिफिकेट बनवाने के परिवहन विभाग ने अलग-अलग राशि निर्धारित की है.

ज्यादा केंद्रों पर प्रदूषण मशीन दुरुस्त नहीं:

शहरों में एक प्रदूषण का कारण गाड़ियों का धुंआ भी है. जिसके चलते हर चौक चौराहों पर चेकिंग लगा रखी है. रोजाना वाहनों की संख्या बढ़ रही है इस बीच राजधानी में सिर्फ सर्टिफिकेट देखकर जांच की जा रही है. बता दें 216 जगहों पर प्रदूषण जांच केंद्र खुले हैं. इनमें से कई की मशीन ही ठीक से काम नहीं करती हैं. इनकी मॉनिटरिंग के लिए अलग से कोई व्यवस्था नहीं है. इस वजह से ऑनलाइन होने के बाद भी मनमाने तरीके से प्रदूषण सर्टिफिकेट जारी किये जा रहे हैं.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें