दूरदर्शन पर क्लास करने में रुचि नहीं ले रहे पटना के बच्चे, दूसरे जिले आगे
- 'मेरा दूरदर्शन मेरा विद्यालय' की कक्षाओं में शामिल होने में पटना जिले के बच्चे रुचि नहीं ले रहे हैं। आलम यह है कि कई दूसरे जिलों से पटना जिला, दूरदर्शन पर क्लास करवाने में पीछे है। छठी से 12वीं तक की बात करें तो डेढ़ लाख के करीब बच्चे हर दिन कक्षाओं में शामिल हो रहे हैं।
कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से सभी स्कूल बंद हैं। स्कूलों ने बच्चों की पढ़ाई के लिए जहां ऑनलाइन क्लासेज शुरू किए हैं, वहीं सरकार ने दुरदर्शन पर कक्षाओं का संचालन किया है। मगर 'मेरा दूरदर्शन मेरा विद्यालय' की कक्षाओं में शामिल होने में पटना जिले के बच्चे रुचि नहीं ले रहे हैं। आलम यह है कि कई दूसरे जिलों से पटना जिला, दूरदर्शन पर क्लास करवाने में पीछे है। छठी से 12वीं तक की बात करें तो डेढ़ लाख के करीब बच्चे हर दिन कक्षाओं में शामिल हो रहे हैं। जबकि छठी से 12वीं तक के छात्रों की संख्या पटना में चार लाख से अधिक है। जिले में साढ़े तीन हजार से अधिक स्कूलों में केवल 1505 स्कूलों के बच्चे ही मेरा दूरदर्शन मेरा विद्यालय में शामिल हो रहे हैं।
पटना जिला शिक्षा कार्यालय की मानें तो सबसे ज्यादा छठीं से आठवीं कक्षा के बच्चे मेरा दूरदर्शन मेरा विद्यालय में शामिल हो रहे हैं। जिले भर में छठी से आठवीं के 256 स्कूलों के 88391 बच्चे नियमित कक्षा कर रहे हैं। वहीं 9वीं से 12वीं के 140 स्कूलों के 24 हजार 523 बच्चे शामिल होते हैं। जबकि नौवीं से 12वीं तक दो लाख से अधिक बच्चे नामांकित हैं। स्कूलों की संख्या 256 है। लेकिन आधे स्कूल के बच्चे ही पढ़ रहे हैं।
एक जून से शुरू हुई पांचवीं तक की कक्षाएं
एक जून से कक्षा एक से पांचवी तक की कक्षाएं शुरू हुई हैं। इसमें छोटे बच्चों के लिए खेल खेल में पढ़ाई करवायी जा रही है। यह कक्षा दिन में तीन से पांच बजे तक चलती है। पटना डीपीओ नीरज कुमार ने बताया कि हर स्कूल को कक्षा संचालन के समय की जानकारी दी गयी है।
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