पटना तो डूब गया, अधिकारियों की खैर नहीं कहने वाले मंत्री जी कब एक्शन लेंगे ?

Smart News Team, Last updated: Sat, 4th Jul 2020, 9:27 PM IST
  • नीतीश कुमार सरकार में नगर विकास मंत्री ने हाल ही में कहा था कि अगर पटना में 30 जून के बाद बारिश से पैदा होने वाली जलजमाव की परेशानी आई तो अधिकारियों की खैर नहीं होगी।
पटना में जलजमाव से बुरा हाल

पटना. शनिवार को बारिश के बाद एक बार फिर राजधानी पटना पानी में डूब गई। सड़कों पर जलजमाव की परेशानी हर बार की तरह बारिश के बाद फिर पैदा हो गई। हाल ही में जब बारिश से जलजमाव हुआ था तो नगर विकास मंत्री ने कहा था कि अगर इसके बाद पटना में जलजमाव की परेशानी आती है तो अधिकारियों की खैर नहीं होगी। लेकिन शायद उनका कथन सिर्फ कथन बनकर रह गया और बारिश पड़ते ही पटना शहर फिर डूब गया।

दरअसल, 23 जून को नीतीश सरकार में नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने कहा था कि पटना को जलजमाव से मुक्ति दिलाने के लिए जो संसाधन सरकार से मांगे गए वे सभी मिल चुके हैं। अगर इसके बाद भी पटना डूबा तो नगर विकास और आला अफसरों की खैर नहीं होगी। सुरेश शर्मा ने कहा था कि सभी अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा था कि 30 जून तक सारे काम पूरे हो जाएंगे और पहले जैसे हालात नहीं बनेंगे।

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30 जून की डेडलाइन थी मंत्री जी, जुलाई में भी जलजमाव

नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने 30 जून तक सारी समस्या हल होने का आश्वासन दिया था लेकिन जुलाई के पहले सप्ताह के आखिरी तक भी कुछ सही होता नजर नहीं आ रहा। मानसून के शुरू होने के बाद से ही पटनावासियों को बारिश के बाद जलजमाव की परेशानी से जूझना पड़़ रहा है। कुछ दिनों पहले हुई बारिश के बाद जलजमाव की भारी समस्या पैदा हो गई थी जिसको लेकर आरजेडी की तेजस्वी यादव ने भी सरकार को घेरा था।

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फोटो में देखिए बारिश के बाद पटना की सड़कें

हालांकि, बिहार में सिर्फ इस साल ही नहीं, साल 2019 में तो बारिश के बाद शहर की सड़कें नदी बन गई थीं। हालात ये थे कि लोग नांव चलाकर कई इलाकों से बाहर निकल रहे थे। बाढ़ के समय यह परेशानी और ज्यादा बढ़ गई थी। यहां तक कि पानी में फंसे डिप्टी सीएम सुशील मोदी को भी सुरक्षाबलों ने सुरक्षित इलाके में पहुंचाया था।

पटना जलजमाव फोटो
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