आफत की बारिश: घरों में कैद हुए हजारों लोग, खाद्य सामग्री पर भी होने लगी आफत

Newswrap, Last updated: Tue, 1st Oct 2019, 4:23 PM IST
शहर में भीषण जलजमाव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बच्चे, बूढ़े समेत सभी वर्गों के लिए जरूरत की चीजें दूध की किल्लत बढ़ गई है। दूध मोहल्ले की दुकानों से गायब है। शहर के प्रमुख सुधा बूथों पर सिर्फ दूध...
आफत की बारिश: घरों में कैद हुए हजारों लोग, खाद्य सामग्री पर भी होने लगी आफत

शहर में भीषण जलजमाव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बच्चे, बूढ़े समेत सभी वर्गों के लिए जरूरत की चीजें दूध की किल्लत बढ़ गई है। दूध मोहल्ले की दुकानों से गायब है। शहर के प्रमुख सुधा बूथों पर सिर्फ दूध मिल रहा है। इसके लिए भी मारामारी मची है। जलजमाव वाले इलाकों के बूथों तक दूध नहीं पहुंच पा रहा है। पाटलिपुत्रा कॉलोनी, कंकड़बाग कॉलोनी मोड़, शालीमार स्वीट्स, कदमकुआं, उमा सिनेमा, कदमकुआं, सब्जी मंडी, समेत अन्य मुहल्लों के सुधा बूथ पर दूध मिल रहे थे। दूध लेने के लिए लोगों की लाइन लगी रही। बारिश में भींग कर लोग दूध ले रहे थे। दुकानों से आलू, प्याज, चावल, आटा समेत अन्य सामग्रियां भी गायब होते जा रही है। कई दुकानों में कई तरह की राशन सामग्रियां मिलनी बंद हो गई हैं। जहां मिल रही हैं, वहां के दुकानदारों ने महंगा बेचना शुरू कर दिया

है। कदमकुआं के पश्चिमी लोहानीपुर, कंकड़बाग पीसी कॉलोनी, हंटर रोड, बुद्ध मूर्ति के आसपास दुकानों में इस तरह की स्थिति बनी हुई है। दुकानदारों का कहना है कि पानी चारों तरफ भरा हुआ है, वाहन चल नहीं पा रहे हैं। राशन कैसे लाया जाएगा।

कैंडिल जलाने पर मजबूर

शहर में अनवरत बिजली मिलने से सामान्य दिनों में दुकानों में कैंडिल बिकने की परंपरा समाप्त हो गई है। जब अचानक भारी बारिश होने से बिजली गुल हो गई तो लोगों को कैंडिल की जरूरत महसूस हो रही है। लेकिन मोहल्लों के दुकानों में कैंडिल नहीं मिल रहे हैं।

नहीं पहुंच पा रहे हॉकर

पानी लबालब होने से सभी घरों तक अखबार नहीं पहुंच पा रहा है। हॉकर पानी के कारण अखबार नहीं पहुंचा पा रहे हैं। कुछ घरों तक ही अखबार पहुंच पा रहा है।

अफसरों से मदद की आस पर निराशा मिल रही

फोन ऑफ हो रहा है। अब ईश्वर के भरोसे जीवन है। अधिकारियों के नंबर लगाकर थक गई। अब सिस्टम से मदद की उम्मीद नहीं है। काजीपुर इलाके में रह रही पटना की छात्रा अनुपमा ने फेसबुक पर कुछ इस तरह के आक्रोश और दर्द को जाहिर किया है। अनुपमा ने खुद के और मोहल्ले के लोगों के इलाके का दर्द बयां करते हुए कहा है कि पिछले 48 घंटे से इलाके में बिजली गुल है। आसपास के स्लम की बस्तियों से 30 से 40 परिवार घर के बेसमेंट में आकर रुके थे। अब बेसमेंट में पानी भर गया। बच्चे इसी गंदे पानी में खेल रहे। अब पीने का पानी खत्म हो रहा है। बिजली न होने से मोबाइल चार्ज नहीं है। फोन खुद से ऑफ न हो जाए, इसलिए फोन ऑफ कर रही हूं ताकि विपरीत परिस्थितियों में भी आप सबसे संपर्क हो सके। राजेन्द्र नगर में जमा पानी से हालात और भी बुरे हो गए हैं। राशन की दुकानें बंद हो गई हैं और जरूरी सामान भी लोग खरीद नहीं पा रहे। जिन घरों में राशन है, वहां भी पानी भरने की वजह से अब खाना बनाना बंद हो गया है। रविवार को कई इलाकों में रेस्क्यू टीम पहुंची लेकिन जारी हेल्प लाइन नंबरों पर संपर्क न होने से लोग परेशान हैं।

मेडिकल सुविधा लेनी हो तो सौदेकेयर एप से करें संपर्क

डॉक्टर का समय लेना हो। उन्हें घर बुलाना हो। डायबिटीज या ब्लड प्रेशर जांच करवानी हो। योग के बारे में जानकारी लेनी हो तो पटना में ये तमाम सुविधाएं एप के माध्यम से मिल सकेंगी। मेडिकल सुविधा या सौदेकेयर नाम के एप से आप इन सुविधाओं का फायदा उठा सकते हैं। एप के बारे में सौदेकेयर के निदेशक ईशान वर्मा ने बताया कि दांत के डॉक्टर के साथ आयुर्वेदिक, होमियोपैथी, यूनानी चिकित्सक आदि से संपर्क कर सकते हैं। एप के माध्यम से चिकित्सा से संबंधित 12 तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं। इनमें एक्यूप्रेशर एक्सपर्ट, योग शिक्षक, ईसीजी लेने की सुविधा, घर पर ब्लड प्रेशर जांच की सुविधा, पैथोलॉजिकल टेस्ट के लिए कंपाउंडर, एक्स-रे, सिटी एमआरआई के लिए समय बुक करना आदि शामिल हैं।

संजीव शंकर ने बताया कि सुविधा लेने के लिए एप पर निबंधन करना होगा। बुकिंग प्रक्रिया बहुत ही आसान है। सौदेकेयर एप को गूगल प्लेस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि यदि एप डाउनलोड करना चाहते हैं या स्मार्टफोन नहीं है तो सौदेकेयर के कॉल सेंटर से दूरभाष पर कॉल करके र्बुंकग प्राप्त कर सकते हैं। इस एप में संजीव शंकर, ईशा वर्मा और अभिषेक प्रणव आदि शामिल हैं।

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