अगले महीने बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह में शामिल होंगे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

Uttam Kumar, Last updated: Sat, 18th Sep 2021, 12:58 PM IST
- राज्य सरकार के अनुरोध पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सिंह बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह में शामिल होंगे. इसके लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सिंह की तरफ से अक्टूबर में आने की सहमति दी गई है. राष्ट्रपति की सहमति मिलने के बाद राज्य सरकार राष्ट्रपति के आगमन की तैयारी में जुट गई है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सिंह अक्टूबर में बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह में शामिल होंगे( प्रतिकात्मक फोटो)

पटना.  बिहार विधानसभा भवन के सौ साल पूरे होने पर शताब्दी समारोह का भव्य तरीके से मनाने की तैयारी चल रही है. राज्य सरकार के अनुरोध पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सिंह बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह में शामिल होंगे. इसके लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की तरफ से अक्टूबर में आने की सहमति दी गई है. राष्ट्रपति की सहमति मिलने के बाद राज्य सरकार राष्ट्रपति के आगमन की तैयारी में जुट गई है. साथ ही बिहार विधानसभा भवन के  शताब्दी समारोह को भव्य एवं ऐतिहासिक बनाने के लिए तैयारी शुरू हो गई है. गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा एवं विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने शताब्दी समारोह के लिए विधानसभा में मंत्रियों के साथ बैठक की थी. 

इस दौरान विधानसभा स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह को यादगार बनाने की जरूरत है. विधानसभा भवन सौ वर्षों के दौरान कई ऐतिहासिक पलों का गवाह रहा है. बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा  की गई थी. मुख्यमंत्री इसे यादगार बनाना चाहते है. जिसके बाद शताब्दी कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए राष्ट्रपति से शामिल होने का अनुरोध किया गया था. राष्ट्रपति रामनाथ  कोविंद ने  राज्य सरकार के आग्रह पर अक्टूबर में आने की  मौखिक सहमति जताई है. राष्ट्रपति के बिहार दौरे का कार्यक्रम जल्द आने की उम्मीद है.

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बिहार के राज्‍यपाल रहते ही राष्‍ट्रपति बने थे कोविंद. 

राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद का बिहार से गहरा संबंध है. वो बिहार के राज्यपाल भी रह चुके है. सबसे बड़ी बात है यह है कि रामनाथ कोविंद  बिहार के राज्यपाल  रहते हुए ही राष्ट्रपति पद के लिए उम्‍मीदवार बने थे और राष्ट्रपति चुने गए. बिहार के पूर्व राज्यपाल होने के कारण राष्ट्रपति महोदय का बिहार से अलग जुड़ाव है. राज्य के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार समेत अन्य  मंत्रियों से भी मधुर संबंध है. शायद यही कारण है कि बिहार सरकार की तरफ जब कभी भी राष्‍ट्रपति को आने का आमंत्रण मिलता है. वे फौरन सहमति दे देते हैं . 

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