उठ रहे सवाल: खाद खरीदा नहीं, मोबाइल पर मैसेज कैसे आ रहे? विभाग करेगी जांच!

Smart News Team, Last updated: Thu, 6th Jan 2022, 1:27 PM IST
  • बिहार में यूरिया की कमी के बीच इसकी खरीद में गड़बड़ी किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. बिना खरीदे ही कई लोगों को उनके मोबाइल पर तीन से दस बोरी यूरिया खरीदने का मैसेज भेजा जा रहा है. जिससे किसान और विभाग दोनों ही हतप्रभ हैं. इस मामले को लेकर विभाग जांच करवाएगा.
उठ रहे सवाल: खाद खरीदा नहीं, मोबाइल पर मैसेज कैसे आ रहे? विभाग करेगी जांच!

पटना. बिहार में यूरिया की कमी के बीच इसकी खरीद में गड़बड़ी किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. बिना खरीदे ही कई लोगों को उनके मोबाइल पर तीन से दस बोरी यूरिया खरीदने का मैसेज भेजा जा रहा है. जिससे किसान हतप्रभ हैं और विभाग ने चुप्पी साध रखी है. हालांकि, यह समझ में नहीं आ रहा है कि आम लोगों को खाद खरीदने का मैसेज भेजकर कालाबाजारी हो रही है या फिर सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी है. 

यूरिया पर सरकारी अनुदान भी देने की बात मैसेज में लिखी हुई है, वह भी इनवॉयस नंबर के साथ इसका मतलब कि बड़े पैमाने पर यूरिया बांटने में गड़बड़ी हो रही है. ऐसा मैसेज आने के बाद इन लोगों ने कृषि विभाग से इसकी शिकायत की है. किसान से लेकर आम आदमी असमंजस में हैं कि उसके मोबाइल पर यूरिया खरीदने का मैसेज कैसे आ गया है. मनेर, बिहटा, बिक्रम, मसौढ़ी, मोकामा, बख्तियारपुर, फतुहा और पालीगंज सहित सभी प्रखंडों में फर्जी खाद खरीदने का मैसेज मिला है.

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आधार लेकर देते हैं खाद

कोई भी किसान आधार नंबर लेकर खाद दुकान पर जाता है तो पॉश मशीन पर बॉयोमीट्रिक के बाद ही खाद मिलती है. अभी किसानों को दो बोरी खाद ही मिल रही है. नीम कोटेड यूरिया की कीमत 266 रुपये 50 पैसे तय है. किल्लत की स्थिति में किसानों को मुंहमांगा दाम देना पड़ता है और उनकी कोई सुननेवाला भी नहीं है.

मैसेज में ये बातें लिखी हैं

चालान संख्या 28299004163238 आपने कीटनाशक कंपनी से उर्वरक खरीदे हैं...(282999) उत्पाद. मात्रा: नीम लेपित यूरिया (45 किग्रा) 3.0 (45 किग्रा बैग) कुल राशि (रु.) 798.0 सरकार द्वारा वाहन की जाने वाली सब्सिडी. किसान की ओर से (रु.): 2198.34 दिया गया है.

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मैसेज कैसे भेजा जा रहा

3894 रुपये केस 1 सब्सिडी भेजा जा रहा है. यह देख वे चौंक पड़े. बिस्कोमान किसान सेवा केंद्र से मैसेज आया था. पांच बोरी यूरिया की कीमत सिर्फ 1310 रुपये होती है. मनीष का कहना है कि उन्होंने कभी खाद के लिए अपना निबंधन नहीं कराया था, इसके बावजूद उनके मोबाइल पर मैसेज आया है.

मसौढ़ी के नदौल गांव के किसान विजय कुमार के पास तीन बोरी यूरिया खरीदने का मैसेज आया है. उन्होंने खाद नहीं खरीदी है. उनके पास भी आए मैसेज में इनवायस नंबर दर्ज है.

विभाग कराएगा जांच

इस मैसेज पर कृषि विभाग अधिकारी भी हतप्रभ हैं. जिला कृषि पदाधिकारी विभू विद्यार्थी ने बताया कि कहां से गड़बड़ी हुई है, इसकी जांच कराई जा रही है. दोषियों को चिह्नित कर कार्रवाई होगी.

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